भीख मंगवाने के लिए घर के बाहर खेल रहे पांच वर्षीय बालक रोहन का 20 अप्रैल को अपहरण किया था। विद्याधर नगर पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के 200 सीसीटीवी कैमरों को खंगाल कर सोमवार को दोनों अपहरण करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
एडिशनल कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रामोतार निवासी मण्डावरा-फागी और कालूराम निवासी आनंद लोक, टाटियावास चौमूं का है। दोनों रिश्तेदार हैं। डीसीपी (नोर्थ) राशि डोगरा डूडी ने बताया कि दोनों बदमाश अम्बाबाड़ी में रहने वाले बालक का अपहरण कर ले गए थे। उस समय बालक के माता-पिता काम पर बाहर गए हुए थे। मामला दर्ज होने के बाद थानाधिकारी राकेश ख्यालिया के नेतृत्व में टीम का गठन किया।
टीम ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तब आरोपी रामोतार बालक को अपने साथ ले जाता हुआ नजर आया। रामोतार की पहचान नहीं हुई तो अपहरण से पहले के फुटेज खंगाले। उनमें रामोतार के साथ कालूराम नजर आया। कालूराम को पकड़कर पूछताछ की तो उसने बच्चे को रामोतार के पास होना बताया। पुलिस टीम फागी में रामोतार के पास पहुंची। बालक उसके पास मिला।
बालक को दस्तायब कर रामोतार को पकड़ लिया। रामोतार पूर्व में चोरी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। इधर, कालूराम से पूछताछ में सामने आया कि बालक से भीख से आने वाली रकम में से रामोतार उसे कुछ हिस्सा देता।
पुलिस ने जब रोहन को मां-बाप को सौपा तो वह मां से लिपट गया।
अपहरण करने वाले रामोतार व कालूराम।
लोगों को खुद का बेटा बताया
एडिशनल एसपी बजरंग सिंह ने बताया कि बालक के अपहरण के बाद फागी में रामोतार उसे घर के पास चाय की थड़ी पर ले गया। वहां पर लोगों ने बालक के बारे में पूछा तो खुद का बेटा होना बताया। थड़ी पर बैठे लोगों को बालक की भाषा समझ में नहीं आई तो उसे मंदबुद्धि होना बताकर बच्चे को लेकर चला गया।
बच्चे को अकेला देख रची साजिश
थाना प्रभारी ख्यालिया ने बताया कि आरोपी कालूराम चौमूं पुलिया और अम्बाबाड़ी स्थित सुलभ कॉम्प्लेक्स में साफ-सफाई करता है। अम्बाबाड़ी वाले कॉम्प्लेक्स के पास बालक रहता था। गत शनिवार को रामोतार कालूराम से मिलने अम्बाबाड़ी आया था। यहां उसने बालक को अकेला देखा तो भीख मंगवाने के लिए अपहरण की साजिश रची। अपहरण से पहले कालूराम चौमूं पुलिया जाकर बैठ गया। तभी रामोतार बालक को अपने साथ लेकर उसके पास पहुंच गया। यहां से दोनों अपने घर चले गए।
