घर के बाहर खेल रही 10 साल की मूक बधिर बच्ची को घर से 100 मीटर दूर खेत में पेट्रोल डालकर जला दिया। निर्वस्त्र बच्ची दौड़ती हुई घर पहुंची और अपने ऊपर पानी डाल लिया। मां को इशारों में समझाने की कोशिश कि दो लोग पटरियों की तरफ भाग गए। परिजन बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंचते हैं। 13 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ते हुए बच्ची ने जयपुर के SMS में दम तोड़ दिया। घटना करौली के हिंडौन में 9 मई को 9.40 बजे हुई।
जानकारी के अनुसार पीड़ित परिवार मूलत: गंगापुर सिटी जिले टोडाभीम का रहने वाला है। जो नई मंडी थाना क्षेत्र में किराए पर रहता है। घटना 9 मई सुबह करीब 10 बजे की है। घर के पास ही खेत में से बच्ची झुलसी हुई अवस्था में दौड़ती हुई घर आई थी। जिसे परिजनों द्वारा हिंडौन सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 9 मई को ही जयपुर SMS रेफर कर दिया गया था। जहां 14 मई को शाम करीब 6.30 बजे मूक बधिर एक्सपर्ट द्वारा बच्ची के बयान रिकॉर्ड किए गए हैं। 20 मई को इलाज के दौरान मौत होने के बाद 21 मई को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
चिल्लाती हुई घर की तरफ आई थी बच्ची
मां ने बताया-9 मई को सुबह पशुओं को चारा पानी देने का काम कर रही थी। बेटी बाहर खेल रही थी। अचानक घर के पास खेत में मुझे नींबू के पेड़ के पास में चिल्लाते हुए उछलती हुई दिखी थी। मुझे लगा कोई जानवर या मधुमक्खी खा गई होगी। खुद ही दौड़ती हुई आई थी। बेटी के पास आने पर लगा कि वह जल गई है। उसने रेल पटरी की तरफ दो लोगों के लिए इशारा किया और खुद के ऊपर पानी डालने लगी। इसके बाद उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
इशारों में बताया-पटरियों की तरफ भाग गए लोग
पिता ने बताया-घटना के समय सेविंग बनवाने गया था। बेटी घर के आगे बैठी हुई थी। मां से मोबाइल मांगने पर उसने कहा था कि घर चल, लेकिन मां के हल्का सा थप्पड़ मारकर वहीं पर बैठ गई। इसके बाद पड़ोस में खेलने के लिए चली गई थी। कुछ देर बाद चिल्लाती हुई घर की तरफ दौड़ती हुई आई। उसके बदन पर कपड़े नहीं थे। उसने इशारा किया था कि करीब दो तीन लोग घटना को अंजाम देकर रेलवे ट्रैक की तरफ भाग गए। हमें अंदेशा है कि रेप करने के बाद उसे जलाकर अज्ञात बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने अभी तक मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की है। दोषियों को जल्दी से जल्दी से पकड़कर फांसी दी जाए।
एसपी के पास गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मूकबधिर सहायता केंद्र से आए हुए कर्मचारियों द्वारा बच्ची से लिए गए बयानों को भी पुलिस ने नकार दिया। करीब 20 फोटो दिखाने पर बच्ची ने वारदात करने वाले एक व्यक्ति को भी पहचाना है।
पिता का आरोप-पुलिस मामले को दबा रही
पिता ने बताया-घटना की पुलिस को सूचना दे दी थी। एक घंटे बाद भी कोई नहीं पहुंचा। हिंडौन हॉस्पिटल से 30 प्रतिशत झुलसा हुआ बताकर जयपुर रेफर कर दिया था। SMS में शाम करीब पांच बजे भर्ती करवा दिया था। सुबह की घटना के भी पुलिस रात 11 बजे मौका मुआयना करनी पहुंची थी। पुलिस ने करंट से झुलसा हुआ बताकर मामले का दबाने का प्रयास कर रही है। SMS की रिपोर्ट में 65 प्रतिशत झुलसा हुआ बताया गया है।
बच्ची ने इशारों में बताया-उसे पेट्रोल डालकर जलाया
मूक बधिर एक्सपर्ट आशिफा खान ने बताया-14 मई को एसएमएस हॉस्पिटल में बच्ची के बयान दर्ज किए थे। मोबाइल में 10-12 लोगों की फोटो दिखाने पर एक व्यक्ति की पहचान की थी। जिसका नाम बच्ची के परिजन ललित होना बता रहे हैं। बच्ची ने इशारों में बताया कि उसे पेट्रोल डालकर जलाया गया है। इसके अलावा उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ। बच्ची अपना नाम संकेतों के माध्यम से इस्पेलिंग में बता सकती थी। वह संकेतों को अच्छे से समझती थी। बच्ची के बयानों को वीडियो के माध्यम से दर्ज कर लिए गए है।
पिता ने बताया-10 साल की बेटी करौली में आवासीय मूक बधिर स्कूल में पढ़ रही थी। इस बार पांचवीं क्लास का एग्जाम दिया था। छुटि्टयां लगने पर घटना वाले दिन से दो दिन पहले ही घर आई थी।