जयपुर में हेड कॉन्स्टेबल ने बुधवार को चौकी के अंदर सुसाइड कर लिया।हेड कॉन्स्टेबल के पास एक सुसाइड नोट मिला है।इसमें तीन पुलिस अधिकारी और एक पत्रकार का नाम लिखा है। चारों को सुसाइड के लिए जिम्मेदार ठहराया है।यही नहीं तीन एफआईआर का जिक्र भी किया है।लिखा कि इन तीन एफआईआर की जांच सीबीआई से होगी तो कई राज खुलेंगे।
भांकरोटा थाने के मालखाने के इंचार्ज कॉन्स्टेबल बाबूलाल बैरवा (50) ने सुबह करीब 11 बजे परिवार, भांकरोटा थाना और अधिकारियों के वॉट्सऐप ग्रुप में सुसाइड नोट शेयर किया।इसके बाद बाबूलाल की तलाश शुरू की गई।इस दौरान पता चला कि वह मुकुंदपुरा चौकी पर है।जहा हेड कांस्टेबल का शव फंदे से लटका मिला।करीब 12:30 बजे शव को नीचे उतार कर SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है।डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया की हेड कॉन्स्टेबल के पास मिले सुसाइड नोट काे एग्जामिन किया जा रहा है।साथ ही घटना स्थल पर एक लेटर मिला जिसमे लिखा था मुझे आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज करें।हेड कॉन्स्टेबल ने सरकार और अधिकारियों के नाम 6 पेज का नोट लिखा।इसमें एडिशनल डीसीपी वेस्ट हेड क्वार्टर जगदीश व्यास,एसीपी अनिल शर्मा,एसआई आशुतोष और पत्रकार कमल देगड़ा का नाम लिखा है।साथ ही लिखा कि इनके खिलाफ उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज करें।
*जयपुर में परिवार के साथ रहते थे बाबूलाल*
जयपुर में लक्ष्मी विहार वैशाली मार्ग वेस्ट में बेटे,बेटी और पत्नी के साथ रहते थे।एक बेटी की शादी हो चुकी है। घर पर भाई का बेटा भी रहता है,जो यहां पढ़ाई करता है।
*डोटासरा व टीकाराम जूली ने जताई संवेदना*
हेड कांस्टेबल की मौत पर राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए संवेदना व्यक्त की है. डोटासरा ने पोस्ट में लिखा है कि ‘राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की खबर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है.उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.बाबूलाल ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है.सरकार से अपेक्षा है कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई एवं परिवार को न्याय सुनिश्चित करे वहीं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने लिखा है कि राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की ख़बर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है.ईश्वर यह असहनीय दु:ख उनके परिवार को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.बाबूलाल ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाए हैं।मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें एवं परिवार को न्याय मिले।पर्ची सरकार ने प्रदेश के हालात ऐसे बना दिए हैं की पुलिस ही पुलिस से परेशान है इससे बड़ी फेल सरकार और क्या हो सकती है?