जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर में आज दिन में हंगामा हो गया। यहां भर्ती एक मरीज संग आए परिजन और नर्सिंग स्टाफ के बीच झड़प हो गई। घटना की सूचना के बाद नर्सिंग एसोसिएशन के जुड़े पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने मरीज परिजन के खिलाफ एसएमएस पुलिस थाना और हॉस्पिटल अधीक्षक व ट्रोमा सेंटर इंचार्ज को शिकायत दी।
मामला ट्रोमा सेंटर स्थित मेल प्लास्टिक सर्जरी वार्ड का है। जहां लाडनूं से आए सुशील नाम के एक मरीज के परिजनों ने वार्ड में तैनात महिला नर्सिंग स्टाफ पूनम कुमारी संग धक्का-मुक्की किया। पूनम कुमारी ने बताया कि दिन में सीनियर डॉक्टर जब राउंड पर आने वाले थे तब हमने सभी मरीजों से मिलने आए उनके परिजनों (केवल एक व्यक्ति को छोड़कर) को बाहर जाने के लिए कहा।
इस पर सुशील के बैड पर तीन से चार लोग मौजूद थे, जब उनको बाहर जाने के लिए कहा तो वे झगड़ने लगे। इस दौरान उनमें से एक महिला ने पूनम को धक्का मार दिया। महिला नर्सिंग स्टाफ प्रेग्नेंट है। वह गिरती-गिरती बच गई। इसके अलावा महिला ने नर्सिंग ऑफिसर का हाथ पकड़कर उसके साथ धक्का-मुक्की भी की। तभी वहां मौजूद अन्य स्टाफ ने बीच-बचाव किया।
इस मामले पर ट्रोमा सेंटर इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने कहा कि मामले में हमने अधीक्षक और एसएमएस पुलिस चौकी में शिकायत दे दी है। साथ ही हमने प्रशासन से मांग की है कि हॉस्पिटल में नियुक्त सभी स्टाफ की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम करने की जरूरत है।
सुरक्षा कानून में नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ भी शामिल हो
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी ने इस मामले को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जो डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाने की तैयारी कर रही है। उसमें डॉक्टरों के साथ नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ को भी शामिल किया जाए। क्योंकि हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ भी हर समय वार्डों में तैनात रहकर अपनी सेवाएं देते है।