चूरू में एबीवीपी के पूर्व नगर मंत्री की हत्या और जयपुर में 1.47 करोड़ रुपए की लूट के आरोपी को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर पुलिस ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए पुष्कर और मुंबई में भीख भी मांगी और भिखारियों के बीच सोता रहा। जिससे किसी को उस पर शक ना हो। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई जगह छापे मारे और 400 सीसीटीवी के फुटेज चेक किए।
डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि एक नवम्बर की रात सदर थाना क्षेत्र के डाबला गांव के पास एबीवीपी के पूर्व नगर मंत्री नरेन्द्र प्रजापत (28) की पुरानी रंजिश को लेकर अमित कस्वां उर्फ मितला, शुभम ढाका और हितेश कुमावत ने लाठी और सरियों से पीटकर मर्डर कर दिया था। पुलिस ने नरेंन्द्र के चाचा की रिपोर्ट पर मर्डर का मामला दर्ज किया था।
डीएसपी झाझड़िया ने बताया कि साइबर सेल और मुखबिर की सूचना पर लगातार पुलिस शातिर अमित कस्वां उर्फ मितला के पीछे लगी थी। जो महाराष्ट्र की भिवंडी में छिपा हुआ था। जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी से मामले में फरार चल रहे शुभम ढाका के बारे में पूछताछ करेगी। मामले में पुलिस ने हितेश कुमावत को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।
एक करोड़ 47 लाख की लूट में था आरोपी डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि जयपुर में हुई एक करोड़ 47 लाख रुपए की लूट के मामले में अमित कस्वां उर्फ मितला मुख्य आरोपी है। उस वारदात के बाद से ही वह लगातार फरार चल रहा था। उसमें मामले की फरारी वह फतेहपुर में काट रहा था। डीएसपी ने बताया कि शातिर बदमाश पर करीब 12 मामले दर्ज हैं। जिनमें कई मामलों में वह फरार चल रहा था।
पुष्कर में भिखारियों के बीच काटी फरारी डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि नरेन्द्र प्रजापत के मर्डर के बाद तीनों बदमाश अलग-अलग फरार हुए। इसमें अमित कस्वां उर्फ मितला मर्डर के बाद बाइक से पहले फतेहपुर गया। वहां से पुष्कर गया, जहां वह पुष्कर मेले में आए हुए भिखारियों के साथ भीख मांगने लगा और भिखारियों के बीच सोता था। एक दिन तारानगर भी आया था। इसके बाद मुम्बई चला गया। जहां भिखारियों के बीच भीख मांगकर फरारी काट रहा था। रात को भिखारियों के बीच ही सोने लगा था, ताकि पुलिस को कोई शक नहीं हो।
पुलिस टीम ने कई जगहों पर मारा छापा डीएसपी ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई गई। टीम का नेतृत्व एसएचओ बलवंत सिंह ने किया। टीम ने 400 CCTV फुटेज खंगाले और लोकेशन के आधार पर रूट मैप तैयार किया। जयपुर, सीकर, फतेहपुर, जोधपुर, नागौर सहित कई जगहों पर छापे मारे।
कार्रवाई करने वाली टीम में सदर थानाधिकारी बलवंत सिंह, कॉन्स्टेबल नवीन कुमार सांगवान, कॉन्स्टेबल सरजीत सिंह शेखावत, एजीटीएफ टीम के हेड कॉन्स्टेबल सज्जन कुमार और साइबर सेल के कॉन्स्टेबल रमाकांत की अहम भूमिका रही।