महाराष्ट्र के कार्यकारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ठाणे से मुंबई स्थित अपने सरकारी आवास वर्षा बंगले पर पहुंच गए हैं। वे शुक्रवार को ठाणे गए थे, अब 4 दिन बाद वापस लौटे हैं। ठाणे में उन्होंने अस्पताल में अपना रुटीन चेकअप कराया, इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि तबीयत कैसी है, तो उन्होंने कहा- सेहत अच्छी है।
सूत्रों के मुताबिक शिंदे के साथ महायुति के नेताओं की मुलाकात हो सकती है। शिवसेना विधायकों के साथ भी मीटिंग होनी है। ये मीटिंग देर शाम या रात में होगी और इसमें सरकार गठन पर अहम फैसले होंगे।
भाजपा विधायक दल की बैठक कल यानी 4 नवंबर को होगी। इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होंगे। ये दोनों नेता भी आज ही मुंबई पहुंचेंगे।
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे। महायुति यानी भाजपा-शिवसेना शिंदे-NCP पवार को 230 सीटों का भारी बहुमत मिला, लेकिन 10 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया है।
अपडेट्स…
- बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती की तैयारियों की समीक्षा बैठक में शामिल हो सकते हैं एकनाथ शिंदे।
- महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को न्योता भेजा गया है। केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल, साधु-महंत, कलाकार, लेखक भी आएंगे।
आज के 2 बड़े बयान 1. भाजपा का CM होगा विजय रूपाणी ने कहा, “भाजपा विधायक दल की मीटिंग आज या कल हो सकती है। मुझे लगता है महाराष्ट्र को भाजपा से मुख्यमंत्री मिलेगा।”
2. दिल्ली से चल रहा खेल शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, “एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं। एक मुख्यमंत्री कैसे गायब हो सकता है। 10 दिन हो चुके, महायुति के पास भारी बहुमत है, लेकिन मुख्यमंत्री का नाम अब तक घोषित नहीं कर पा रहे हैं। यह सब दिल्ली का खेल है।”
भाजपा विधायक दल की बैठक कल, शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को
सूत्रों के मुताबिक BJP विधायक दल की बैठक 4 दिसंबर को सुबह 10 बजे विधान भवन के सेंट्रल हॉल में होगी। इसमें CM का नाम तय होगा। 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में CM का शपथ समारोह होगा।
भाजपा की ओर से देवेंद्र फडणवीस का CM बनना तय माना जा रहा है। महायुति यानी भाजपा, शिवसेना शिंदे और NCP में एक CM और दो डिप्टी CM का फॉर्मूला तय किया गया है।
महायुति की तीनों पार्टियों के नेता आज आजाद मैदान में तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। भाजपा नेता गिरीश महाजन ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह भव्य होगा।
दिल्ली में शाह से अजित पवार की मीटिंग आज
अजित पवार सोमवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे। उन्होंने देर रात बेटे पार्थ पवार और प्रफुल्ल पटेल के साथ मुलाकात की। आज वे शाह से मुलाकात कर सकते हैं। इस मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे। दोनों नेता अपनी-अपनी पार्टी से मंत्री पद के उम्मीदवारों की लिस्ट शाह को सौंप सकते हैं।
2 दिन में 2 बड़े बयान
1. एकनाथ शिंदे बोले- जनता मुझे मुख्यमंत्री चाहती है
शिंदे ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा, “जनता चाहती है कि CM मैं ही रहूं। मैं आम लोगों के लिए काम करता हूं। मैं जनता का मुख्यमंत्री हूं। इसी वजह से लोग मानते हैं कि मुझे ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए।’
2. अजित पवार ने कहा- मुख्यमंत्री भाजपा का
अजित पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा का होगा, यह तय हो गया है। शिवसेना और NCP से एक-एक डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।
बात कहां अटकी- गृह और वित्त मंत्रालय
- शिंदे सरकार में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह मंत्रालय था। वो इस मंत्रालय को छोड़ना नहीं चाहते हैं। वहीं शिंदे गुट का तर्क है कि अगर डिप्टी CM का पद हमें मिल रहा है तो गृह मंत्रालय भी उन्हें ही मिलना चाहिए। शाह के साथ बैठक में भी इसका हल नहीं निकल पाया।
- पहले गृह मंत्रालय देवेंद्र फडणवीस के पास था। माना जा रहा है कि इस विवाद के चलते शाह की बैठक में कैबिनेट गठन पर कोई समाधान नहीं निकल सका। एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि बीजेपी गृह मंत्री का पद कभी हाथ से नहीं जाने देगी।
- भाजपा गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है। उन्होंने शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है। वहीं NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की है।
रिजल्ट आने के बाद अब-तक क्या हुआ
23 नवंबर: महाराष्ट्र विधानसभा का रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटों पर जीत हासिल हुई। भाजपा ने 132, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और NCP (अजित पवार) ने 41 सीटें जीतीं।
25 नवंबर: 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद के फॉर्मूला की बात सामने आई। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के 10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायकों को मंत्री बना सकते हैं।
27 नवंबर: ठाणे में कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि भाजपा का सीएम हमें मंजूर है। मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा।
28 नवंबर: एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने दिल्ली में करीब ढाई घंटे तक गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मीटिंग की। शिंदे ने आधे घंटे तक शाह से अकेले मुलाकात की। हाईकमान ने शिंदे को डिप्टी सीएम या केंद्र में मंत्री पद का ऑफर किया है।
29 नवंबर: महायुति की बैठक टाल दी गई। एकनाथ शिंदे अचानक सातारा चले गए। शिवसेना मुख्यमंत्री पद के बदले गृह और वित्त मंत्रालय मांग रही है। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा- अगर शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो पार्टी से ही दूसरा चेहरा ये पद संभालेगा।
1 दिसंबर: शिंदे दो दिन अपने पैतृक गांव सातारा में रहे। 30 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। मुंबई से आए डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। रविवार को वे सातारा के एक मंदिर गए। कुछ देर बाद मीडिया से बातचीत में कहा- व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद मैं यहां आराम करने आया था। प्रधानमंत्री मोदी और शाह जिसे CM तय करेंगे वो मुझे स्वीकार होगा।
2 दिसंबर: भाजपा ने महाराष्ट्र के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पर्यवेक्षक बनाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने आजाद मैदान में शपथ समारोह की तैयारियों का जायजा लिया।