श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ सिटी पुलिस थाने की हवालात में बंद हत्यारोपी ने सुसाइड कर लिया। ओढ़ने के लिए दिए गए कंबल के किनारे लगी कपड़े की पट्टी को पहले फाड़ा। फिर उसी का फंदा बनाया। युवक को बुधवार शाम गिरफ्तार किया गया था।
ASP रघुवीर सिंह ने बताया कि भोजेवाला गांव में 12 अगस्त की रात अशोक गोदारा (25) की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई थी। मामले में राजियासर थाना क्षेत्र के डीडवाना गांव निवासी नरेश कुमार (23) पुत्र पालाराम को बुधवार शाम करीब साढ़े छह बजे गिरफ्तार कर हवालात में डाला गया था।
इस दौरान पुलिसकर्मी विक्रम गुर्जर नाइट ड्यूटी पर था। युवक को हवालात में ओढ़ने के लिए कंबल दिया गया था। इसके कवर की पट्टी से उसने फंदा लगा लिया। पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे से उतारने का प्रयास किया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना के बाद शव को सरकारी अस्पताल की मॉर्च्युरी में भेजा गया।
डेढ़ बजे के बाद दे दी जान हवालात में आरोपी नरेश के साथ 2 अन्य युवक भी मौजूद थे। नरेश रात करीब 1:30 बजे तक सो रहा था। इसके बाद उसने उठकर केवल 6 मिनट में कंबल के कवर की पट्टी उधेड़ी और सरिए पर फंदा लगाकर लटक गया। घटना के बाद घटनास्थल को सील कर दिया गया है। FSL की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। पुलिस के उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पुलिस रिमांड पर लेने वाली थी सूरतगढ़ के भोजेवाला गांव में 12 अगस्त की रात अशोक गोदारा की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने उसे सूरतगढ़ ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था, जहां से उसे श्रीगंगानगर रेफर किया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद गांव में तनाव था। ग्रामीणों ने शव को श्रीगंगानगर ले जाने का विरोध करते हुए सड़क जाम कर दी थी। पुलिस ने मामले में अशोक के मामा की शिकायत पर महेन्द्र सिंह, मनोहर सिंह, सुनील सिंह समेत 12 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने दूसरे दिन मनोहर सिंह समेत कुछ आरोपियों को डिटेन कर लिया था। हत्याकांड में शामिल डीडवाना गांव के निवासी नरेश कुमार फरार था। पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी। नरेश को बुधवार देर शाम गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया गया था। नरेश को पुलिस गुरुवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने वाली थी।