विधानसभा उप चुनावों के बाद आज बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने पीएम मोदी से मुलाकात की। दिल्ली में संसद भवन में उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात हुई। इस मौके पर पीएम मोदी ने विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की सफलता पर राठौड़ को बधाई दी।
मुलाकात के बाद मदन राठौड़ ने कहा कि उन्होंने मुलाकात में पीएम मोदी को प्रदेश बीजेपी के संगठन और प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस महीने आयोजित होने वाली राइजिंग राजस्थान समिट को लेकर भी पीएम मोदी से चर्चा हुई। उन्होने समिट को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से भी पीएम मोदी को अवगत कराया।
सदन में उठाया नशे की प्रवृत्ति का मुद्दा्र
राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने आज राज्यसभा के शून्यकाल में बच्चों और युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति के विषय पर सदन का ध्यान आकर्षण किया। राठौड़ ने कहा कि देश के 372 जिलों में 10.47 करोड़ से अधिक लोग नशे से प्रभावित है। इसमें विशेष रूप से 3.34 करोड़ युवा और 2.22 करोड महिला नशे की प्रवृत्ति से प्रभावित है, यह संख्या बेहद चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 15 अगस्त 2020 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने विशेष अभियान चलाकर नशा मुक्ति के लिए जागरूकता महा अभियान शुरू किया। इससे गैर सरकारी संस्थाओं और सामाजिक संगठनों द्वारा समाज में नशे के दुष्प्रभाव को लेकर जागरूकता फैलाई जा रही है।
राठौड़ ने सदन से मांग करते हुए कहा कि बच्चों में नशे की रोकथाम के लिए प्रत्येक माह एक विशेष तलाशी अभियान चलाए जाने की कार्य योजना बनाई जाए। इस के साथ ही नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया जाए।
1.5 करोड़ बच्चे नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक देश में 10 से 17 वर्ष आयु समूह के करीबन 1.5 करोड़ बच्चे और किशोर अल्कोहल, अफीम, कोकीन, भांग सहित अन्य नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे है। देश के बच्चों में बढ़ती नशे की लत एक गंभीर समस्या बन चुकी है।
नशीले पदार्थों का सेवन किशोरों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाएं ब्रह्मकुमारी, संत निरंकारी मंडल, आर्ट ऑफ लिविंग, अखिल विश्व गायत्री परिवार, श्री रामचन्द्र मिशन और इस्कॉन जैसे आध्यात्मिक एवं सामाजिक संगठनों को नशा मुक्ति अभियान से जोड़ा और आमजन में जागरूकता के लिए प्रयास किया।