पाली में 4 दिन पहले गायब हुए ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई। उसका शव शुक्रवार शाम 5:30 बजे घर से कुछ दूरी नाली में मिला। मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि नाली में बच्चे का शव पड़ा है। सूचना पर एसपी चूनाराम जाट और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शव को बाहर निकाला। मामला पाली शहर के इंडस्ट्रियल थाना इलाके का है।
थाना प्रभारी पाना चौधरी ने बताया- स्ट्रीट डॉग गली में एक नाली के पास बार-बार जा रहा था। जब उस संकरी नाली की तलाशी की गई तो कचरे में दबा मासूम का शव मिला। शनिवार सुबह मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। दरअसल, ITI रोड के पास आनंद नगर स्थित दिनेश सरगरा के घर के सामने से मंगलवार 3 दिसंबर को दोपहर करीब 12 बजे उनका ढाई साल का बेटा मनन अचानक लापता हो गया था। बताया जा रहा है कि जहां बच्चे का शव मिला, वह नाली उसके घर से कुछ ही मीटर दूर है।
परिजन ने जताई हत्या की आशंका मनन के ताऊ उम्मेदराम ने बताया- मनन का शव जिस नाली में मिला है, उसकी गहराई 9 इंच और चौड़ाई 11 इंच है। 4 दिन तक उसकी बॉडी नाली में रही होती तो बदबू जरूर आती। लेकिन, बॉडी से बदबू नहीं आ रही थी। जिस तरह से बॉडी नाली में फंसी हुई थी, उसे देखकर लगता है किसी ने उसकी बॉडी को फंसाया है। मनन नाली में डूबा तो उसके तड़पने के दौरान नाली की गंदगी बाहर भी नहीं बिखरी। ऐसे कई सवाल हैं, जिनसे उसकी हत्या होने की आशंका है।
मां अंदर गई थी, घर के बाहर से बच्चा गायब मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे डिम्पल सरगरा (मनन की मां) पड़ोस में गेहूं साफ करने जा रही थी। घर के गेट के बाहर खड़े मनन के हाथ में 2 रुपए का सिक्का था। डिम्पल गेहूं का कट्टा घर के अंदर से लेकर बाहर आई तो उनका बेटा मनन वहां नहीं था। उन्होंने सोचा, दुकान पर गया होगा। वे वहां भी गईं, लेकिन वह नहीं मिला। पूरे मोहल्ले में हर एक शख्स से पूछा, लेकिन किसी ने भी बच्चे को नहीं देखने की बात कही। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने शहर में सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें 3 थानों के करीब 120 पुलिसकर्मी जुटे हुए थे। पाली-जोधपुर और पाली-जयपुर हाईवे के साथ टोल नाकों पर लगे सभी सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए थे।