पाली में 60 साल की वृद्धा बालकी देवी की हत्या के मामले में पुलिस ने उसी गांव के 20 साल के राकेश को गिरफ्तार किया। जिसने वृद्धा को अकेली देख उसके गहने लूटने के लिए उसकी हत्या करना स्वीकार की और गहने नदी के निकट गड्डा खोदकर उसमें छुपाएं। पुलिस ने गहने बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया। मेडिकल रिपोर्ट में वृद्धा के साथ किसी तहर की ज्यादती करने की बात सामने नहीं आई।
SP चूनाराम जाट ने बताया कि आरोपी नशे में था। वृद्धा मवेशियों को लेकर आ रही थी। थकान होने पर वह रास्ते में बैठी हुई थी। उसे अकेला देख आरोपी ने उसके पहने गहने लूटने के लिए खेत में रखा दुपट्टा लेकर आया और पीछे से जाकर वृद्धा का गला दुपट्टे से घोट दिया। फिर बॉडी को छुपाने के लिए उसे उठाकर कुछ दूरी पर चला। बाद में दुपट्टा वृद्धा के गले में डाला और उसे करीब 300 फीट की दूरी तक घसीटते हुए खेत के पास बनी खाई तक ले गया और उसे वहां पलट दिया। वृद्धा के कान और सिर पर पहने करीब साढ़े तीन तालो के गहने लिए और नदी के पास जाकर एक गड्डा खोद उसमें छुपा दिए। पकड़े जाने के डर से आरोपी घटना के बाद से फरार हो गया।
वृद्धा के कपड़े झाड़ियों में अटके तो खोल दिए मामले में रानी SHO पन्नालाल ने बताया कि आरोपी दुपट्टे से जब वृद्धा को घसीटते हुए ले जा रहा था। इस दौरान झाड़ियों में कई जगह वृद्धा के कपड़े अटक गए। जिसे आरोपी ने गुस्से में फाड़कर फेंक दिए। ऐसे में जब बॉडी मिली तो वह अर्द्धनग्न हालत में मिली।
ऐसे आया पकड़ में बता दे कि मामले में मृतका के हत्यारों को पकड़ने के बाद ही मृतका का पोस्टमार्टम करवाने की बात को लेकर मृतका के परिजन, समाज के लोग और ग्रामीण 3 दिसम्बर से नाडोल हॉस्पिटल परिसर में धरने पर बैठ गए थे। ऐसे में पुलिसकर्मी वहां लॉ एण्ड ऑर्डर बनाए रखने में जुट गए। बाद में गुरुवार शाम को उन्होंने धरना समाप्त किया तो पुलिस ने फिर से नए एंगल से जांच की। जिसमें स्पष्ट हो गया 2 दिसम्बर को घटना वाले दिन बाहर से कोई आदमी नहीं आय था। हत्यारा गांव का ही कोई व्यक्ति है। ऐसे में पुलिस ने पूरे गांव में पूछताछ की। जिसमें सामने आया कि वृद्धा की हत्या के बाद से गांव में रहने वाला 20 साल का राकेश पुत्र दरगाराम गायब है। ऐसे में उसकी तलाश शुरू की और पकड़ में आने पर पूछताछ की तो पहले पुलिस को गुमराह करता रहा। बाद में पुलिस के सामने टूट गया और बोला कि वह हमाली का काम करता है। वृद्धा के खेत के पास ही उसका भी खेत है। वृद्धा को जंगल में अकेली देखा तो उसने गहने लूटने के लिए गला घोट कर उसकी हत्या की ओर गहने नदी किनारे गड्डा खोद उसमें छुपा दिए। इस पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर छुपाए गए गहने भी बरामद किए और आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी का पूर्व में कोई अपराधिक रेकर्ड नहीं है।
6 थानों का स्टॉफ और DST टीम जुटी रही, तब खुला हत्या का राज एसपी चूनाराम जाट ने बताया कि हत्या का राज खोलने के लिए बाली के ASP चैनसिंह महेचा, सीओ बाली राजेश यादव के नेतृत्व में रानी SHO पन्नालाल, सादड़ी SHO चम्पालाल, बाली SHO परबतसिंह, फालना SHO विक्रम सांदू, देसूरी SHO हरीसिंह, खिंवाड़ा SHO प्रभूराम, डीएसटी प्रभारी पाली मनमंथ आढ़ा, साइबर सैली टीम सहित कुल 36 से ज्यादा पुलिसकर्मी हत्या के राज को खोलने में जुटे रहे।
यह है मामला एसपी चूनाराम जाट ने बताया कि पाली जिले के रानी थाना क्षेत्र के इंटदरा मेड़तियान गांव निवासी 65 साल की बालकीदेवी पत्नी चेलाराम 2 दिसम्बर को खेत के पास चल रही मवेशियों को लेने गई थी। लेकिन शाम ढलने के बाद मवेशी घर लौट गए लेकिन वृद्धा घर नहीं पहुंची। परिजनों ने तलाश की तो खेत से कुछ दूरी पर वृद्धा का शव अर्द्धनग्न हालत में मिला था। पुलिस ने मृतका की बॉडी नाडोल हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाई। 3 दिसम्बर को मृतका के परिजन और समाज के लोग धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी मांग पर अड़े गए। आखिरकार गुरुवार शाम को पुलिस की समझाइश पर वे शव के पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। मामले में शुक्रवार को रानी थाना पुलिस ने इंटदरा मेड़तियान गांव निवासी 20 साल के राकेश पुत्र दरगाराम को शक के आधार पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ में उसने वृद्धा की हत्या करना स्वीकार किया।