नोखा के जवान गौरीशंकर खाती (22) का दिल्ली में निधन हो गया। गौरीशंकर वायु सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे। दिल्ली में ड्यूटी के दौरान ब्रेन हैमरेज होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
जानकारी मिलते ही जोरावपुरा में शोक की लहर दौड़ पड़ी। वायु सेना के अधिकारी दिवंगत सैनिक की पार्थिव देह नोखा लाई गई। जवान के पैतृक गांव जोरावरपुरा में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। अंतिम यात्रा करणी माता मंदिर जोरावरपुरा नोखा से रवाना हुई, जो वार्ड नंबर 40 से सुजानगढ़ रोड, नवलीगेट, घंटाघर, सदर बाजार, कटला चौक, जैन चौक, महावीर चौक, मालू चौक होते हुए श्मशान घाट पहुंची। जहां पार्थिव देह की अंत्येष्टि की जाएगी।
4 साल से दिल्ली में थे तैनात
किसान नेता बजरंगलाल गोदारा, सुभाष भाम्भू और रिछपाल फौजी ने बताया कि गौरीशंकर के दो भाई है। एक भाई संजय बीए फाइनल में पढ़ रहा है, वहीं दूसरा भाई राहुल कक्षा 12 में है। गौरीशंकर के पिता जितुराम खाती लकड़ी के कारीगर है। गौरीशंकर का 18 साल की उम्र में वायु सेना में चयन हो गया था। जिसके बाद वह 4 साल से दिल्ली में वायु सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
जगह-जगह स्कूलों के बच्चों ने की पुष्प वर्षा
सैनिक के निधन की खबर से जोरावरपुरा में शोक की लहर छा गई। सैनिक के निधन की खबर सुनते ही रिछपाल फौजी, युवा नेता सुभाष बिश्नोई, बजरंग गोदारा, पुखराज सुथार सहित अनेक युवा पार्थिव देह एक एम्बुलेंस वाहन से साथ आए सेना के ट्रक को पुष्प सज्जा करने जुट गए। जिसके बाद जवान की अंतिम यात्रा सेना के खुले वाहन में कस्बे के मुख्य स्थानों से निकाली गई। इस दौरान लोग तिरंगा हाथों में लेकर देशभक्ति के नारे लगा रहे थे। जगह- जगह स्कूलों के बच्चों द्वारा पुष्प वर्षा की जा रही है।
अंतिम यात्रा में नोखा नगरपालिका के अध्यक्ष नारायण झंवर सहित भाजपा, कांग्रेस सहित विकास मंच के पदाधिकारी शामिल हुए। वहीं जवान का सैनिक सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा।