Home » जयपुर » रिश्वतखोर अफसर के हाथ में था करोड़ों का लेन-देन:बड़े अधिकारियों से तालुक का दिखाता था रौब, फिटनेस के लिए घंटों जिम में बिताता था

रिश्वतखोर अफसर के हाथ में था करोड़ों का लेन-देन:बड़े अधिकारियों से तालुक का दिखाता था रौब, फिटनेस के लिए घंटों जिम में बिताता था

जयपुर विधानसभा के बाहर मंगलवार को अलवर नगर निगम के रेवेन्यू अफसर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। इस रिश्वतखोर अफसर के हाथ में करोड़ों का लेन-देन था। 12 साल जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) नौकरी कर चुका ये अफसर अपने जूनियर को आप-पास भी फटकने नहीं देता था और उनसे कम बोलता था। केवल बड़े अपने सीनियर और बड़े प्रशासनिक अधिकारियों से ही व्यवहार रखता था।

यहीं नहीं बड़े पदों पर नियुक्त अपने रिश्तेदारों के वीडियो भी लोगों को दिखाता था। उनमें से एक है- दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने वाली ईडी टीम में शामिल अफसर। ये अफसर रिश्ते में रिश्वतखोर के चचेरे भाई लगते हैं।

जल्दी पैसे कमाकर बड़ा आदमी बनने के लालच में ACB के हत्थे चढ़ गया। जयपुर ACB टीम ने इस रिश्वतखोर रेवेन्यू ऑफिसर युवराज मीणा (35) को अलवर में यूडी टैक्स वसूलने वाली कंपनी से 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था।

2012 में पिता की जगह लगा नौकरी

युवराज मीणा मूल रूप से जयपुर का रहने वाला है। उसका आमेर में मकान है, जिस पर भी ACB टीम ने छानबीन की थी। पिता के निधन के बाद 2012 में जयपुर जेडीए में नौकरी लगा था। उसके बाद वह सहायक निरीक्षक के पद पर प्रमोट हुआ था। करीब 12 साल लगातार जयपुर में नौकरी की। फरवरी 2024 में अलवर नगर निगम में ट्रांसफर हुआ था। अलवर में उसका मूल पद कर निर्धारक था लेकिन उसे राजस्व अधिकारी का जिम्मा दिया हुआ है।

80 हजार रुपए महीना वेतन, आलीशान फ्लैट में रहता

युवराज मीणा का कुल वेतन करीब 80 हजार रुपए है। मंथली कटौती के बाद 60 हजार रुपए मिलते हैं। जयपुर से अलवर में ट्रांसफर होने पर यहां मनुमार्ग स्थित जेकेडी हाउसिंग सोसायटी में आलीशान फ्लैट किराए पर लिया हुआ है। यहां का एक फ्लैट का किराया करीब 20 से 25 हजार रुपए प्रतिमाह है।

बाबू और कर्मचारियों को दिखाता धौंस

अलवर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों ने बताया- युवराज कुछ महीने से अफसरों के ज्यादा नजदीक आए थे। बीच में निगम में कमिश्नर का पद खाली रहा। तब शहर में सफाई का अभियान शुरू किया गया था। उस समय शहर की साफ-सफाई का पूरा जिम्मा युवराज को सौंपा था।

रिश्वतखोर केवल बड़े अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों से व्यवहार बढ़ाने का शौकीन था। लोग उसे बड़े अफसर की तरह इज्जत दें, ये उसे अच्छा लगता था। बड़े अधिकारियों और पदों पर आसीन लोगों के साथ अपने फोटो और वीडियो और सोशल मीडिया पर अपलोड करता था।

रिश्वतखोर का चचेरा भाई भी अफसर है। वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने वाली ईडी टीम में भी शामिल था। रिश्वतखोर उसके फोटो और वीडियो लोगों को दिखाकर खुद को बड़े लोगों से तालुक की धौंस दिखाता था।

रिश्वतखोर ऑफिसर अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी फिटेनस से जुड़ी एक्टिविटीज का शेयर करता रहता था।
रिश्वतखोर ऑफिसर अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी फिटेनस से जुड़ी एक्टिविटीज का शेयर करता रहता था।

फिटनेस और रॉक क्लाइंबिंग का शौकीन

सोशल मीडिया पर एक्टिव रिश्वतखोर अपनी फिटनेस का भी पूरा ध्यान रखता था। घंटों जिम में पसीना बहाता था। जिसके फोटो अपने सोशल अकाउंट पर डालता रहता था। इसके अलावा रॉक क्लाइंबिंग करने का भी शौकीन था।

प्रॉपर्टी के कागजों को देखा

ACB टीम ने युवराज के जयपुर स्थित घर और अलवर नगर निगम के ऑफिस में भी फाइलों को खंगाला। घर से प्रॉपर्टी के कागजों की जांच की गई। कितनी प्रॉपर्टी युवराज के नाम है। इसका खुलासा नहीं किया गया है। इसके अलावा अलवर नगर निगम के ऑफिस में भी फाइलों को खंगाला गया।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

0
0

RELATED LATEST NEWS

  • infoverse academy
  • 7k Network
  • Poola Jada

Top Headlines

रिश्वतखोर अफसर के हाथ में था करोड़ों का लेन-देन:बड़े अधिकारियों से तालुक का दिखाता था रौब, फिटनेस के लिए घंटों जिम में बिताता था

जयपुर विधानसभा के बाहर मंगलवार को अलवर नगर निगम के रेवेन्यू अफसर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। इस