कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव ने डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) को अपने बयान में बताया कि उसने यूट्यूब वीडियो देखकर सोना छिपाना सीखा था। रान्या को 14.2 करोड़ रुपए की गोल्ड तस्करी केस में गिरफ्तार किया गया है।
रान्या ने ये भी बताया कि तस्करी (स्मगलिंग) के लिए उसे अनजान नंबरों से कॉल आते थे। ये पहली बार था, जब वह सोना दुबई से बेंगलुरु लेकर आई थी।
रान्या के मुताबिक सोने को अपने शरीर से चिपकाने के लिए उसने एयरपोर्ट पर ही क्रेप बैंडेज और कैंची खरीदी था। सोना प्लास्टिक चढ़े दो पैकेटों में था। उसे छिपाने के लिए टॉयलेट में जाकर सोने के बिस्किट्स शरीर से चिपका लिए।
अज्ञात व्यक्ति को सौंपना था सोना
बेंगलुरु में तस्करी का सोना किसे देना था, ये पूछने पर रान्या ने बताया, ‘मुझे सोना एक अज्ञात व्यक्ति को देने के लिए एयरपोर्ट टोल गेट के बाद सर्विस रोड पर जाने के लिए कहा गया था। सिग्नल के पास एक ऑटो रिक्शा में सोना रखना था, लेकिन मेरे पास ऑटो रिक्शा का नंबर नहीं था।’
रान्या के फोन और लैपटॉप से डेटा के आधार पर रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) तस्करी गिरोह को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है।
वहीं, रान्या ने अनजान नंबर से कॉल करने वाले को पहचानने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरी तरह से यकीन नहीं है कि मुझे किसने कॉल किया। कॉल करने वाला अफ्रीकी-अमेरिकन लैंग्वेज में बात करता था। सोना सौंपने के बाद वह तुरंत चला गया। मैं उससे फिर कभी नहीं मिली। वह आदमी करीब 6 फीट लंबा और गोरा था।’
रान्या राव केस में CBI ने FIR दर्ज की रान्या राव केस में डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने CBI से जांच करने को कहा। DRI के एडीशनल डायरेक्टर अभिषेक चंद्र गुप्ता की शिकायत पर CBI ने रान्या राव गोल्ड स्मगलिंग केस में FIR दर्ज की है।
DRI की शिकायत के 2 पॉइंट…
- 3 मार्च को रान्या की गिरफ्तारी के तीन दिन बाद मुंबई एयरपोर्ट से दो विदेशी नागरिकों को भी अरेस्ट किया गया। उनके पास से 18.92 करोड़ रुपये कीमत का 21.28 किलोग्राम सोने बरामद किया गया।
- दुबई से भारत गोल्ड स्मगलिंग के पीछे किसी सिंडीकेट का हाथ हो सकता है। इस सिंडिकेट को दुबई से चलाया जा रहा है क्योंकि रान्या की तरह दो विदेश नागरिक भी कई बार दुबई से आए-गए थे।
कर्नाटक सरकार ने CID जांच रद्द की, मंत्री बोले- दो एजेंसी पहले से लगीं इधर, कर्नाटक सरकार ने बुधवार यानी 12 मार्च को रान्या राव सोना तस्करी मामले में कैम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर पुलिस अधिकारियों की चूक की जांच करने के अपने निर्देश को रद्द कर दिया। इस जांच का आदेश 10 मार्च की रात को दिया गया था।
कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने CID जांच वापस लेने के राज्य सरकार के फैसले पर कहा कि, यह सरकार का विशेषाधिकार है। CBI और DRI मामले की जांच कर रहे हैं। विपक्ष कह रहा है कि हम जांच को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। किसी के दबाव में आने का सवाल ही नहीं उठता। हम स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से काम करते हैं।
रान्या को 14.2 किलो सोने के साथ गिरफ्तार किया गया था
कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव को 3 मार्च को 14.2 किलो सोने के साथ बेंगलुरु के कैम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने कहा था- रान्या एक साल में 27 बार दुबई गईं।
बाद में रान्या के खिलाफ गोल्ड स्मगलिंग का केस दर्ज किया गया। पुलिस ने रान्या के लावेल रोड स्थित आलीशान अपार्टमेंट की तलाशी भी ली। यहां से 2.1 करोड़ रुपए की ज्वेलरी और 2.7 करोड़ रुपए कैश भी बरामद किया।
रान्या 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में है
रान्या राव को 11 मार्च को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। रान्या ने कोर्ट में DRI पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। वह कोर्ट में रोने लगी। रान्या ने कहा- ‘मैं सदमे में हूं और भावनात्मक रूप से टूट चुकी हूं।’
रान्या कन्नड़ फिल्म माणिक्य और पाटकी में काम कर चुकी है। रान्या ने अपनी बॉडी, जांघों और कमर पर टेप लगाकर सोना छिपाया था। कपड़ों में सोना छिपाने के लिए उन्होंने मॉडिफाइड जैकेट और रिस्ट बेल्ट का इस्तेमाल किया।

एक किलो सोने लाने पर 1 लाख रुपए मिलते थे
सूत्रों का दावा है कि रान्या को हर एक किलो सोना लाने पर 1 लाख रुपए मिलते थे। इस तरह हर ट्रिप में उसकी 12 से 13 लाख रुपए की कमाई हुई। DRI अधिकारियों के मुताबिक,रान्या राव दुबई से एमिरेट्स फ्लाइट के जरिए भारत लौटी थी।
15 दिनों में 4 बार दुबई जा चुकी थी
सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही उसकी एक्टिविटी पर नजर रख रही थीं, क्योंकि वह पिछले 15 दिनों में 4 बार दुबई जा चुकी थी। DRI की दिल्ली टीम को पहले से ही रान्या के सोने की तस्करी में शामिल होने की जानकारी थी। इसलिए 3 मार्च को उनकी फ्लाइट के लैंड करने से दो घंटे पहले ही अधिकारी एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे।
पुलिस के जरिए कस्टम से बचने की कोशिश
जानकारी के मुताबिक रान्या ने एयरपोर्ट पर उतरते ही खुद को कर्नाटक के DGP की बेटी बताया। साथ ही लोकल पुलिस से कॉन्टैक्ट कर एयरपोर्ट से निकलने की कोशिश की, लेकिन DRI की टीम उन्हें पूछताछ के लिए बेंगलुरु के DRI हेडक्वार्टर में ले गई। जांच में पता चला कि रान्या सोने को अपने कपड़ों में छिपाए हुए थी। 3 मार्च की शाम 7 बजे उन्हें हिरासत में लिया गया।
बिजनेस के नाम पर कर रही थी तस्करी
जांच के दौरान रान्या ने दावा किया कि वह बिजनेस के सिलसिले में दुबई गई थी। हालांकि, DRI अधिकारियों को शक है कि वह तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह पहली बार हुआ या वे पहले भी सोने की तस्करी में शामिल रही है।
