सीएम की नाराजगी के बाद अधिकारियों ने नारायण सिंह सर्किल बस स्टैंड को ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट करके वाहवाही लूट ली। जेडीए, आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने जेडीए की ट्रैफिक कंट्रोल की बैठक में एक अप्रैल से नारायण सिंह सर्किल बस स्टैंड को ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट कराने की घोषणा भी करा दी, लेकिन ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैंड पर यात्रियों को मिलने वाली सुविधा रामभरोसे छोड़ दी।
ट्रांसपोर्ट नगर बजरी मंडी पर बस स्टैंड की जगह डेढ़ महीने पहले अधिकारियों ने चिह्नित की थी। इसके बाद 20 मार्च को ट्रैफिक कंट्रोल की बैठक में बस स्टैंड को एक अप्रैल से शिफ्ट करने का निर्णय लिया था। डेढ़ महीने बाद भी अधिकारियों ने यात्रियों की सुविधा की सुध नहीं ली। अब दो दिन बार मंगलवार को नारायण सिंह सर्किल पर रुकने वाली बसें बजरी मंडी ट्रांसपोर्ट नगर पर रूकेंगी। बजरी मंडी ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधा तक उपलब्ध नहीं है।
हर दिन 2 हजार 500 बसें होती है नारायण सिंह सर्किल से संचालित
नारायण सिंह सर्किल से हर दिन करीब 2 हजार 500 बसें संचालित होती है। इन बसों में 24 घंटे में 1 लाख यात्री सफर करते हैं। ये बसें अब ट्रांसपोर्टर नगर रोटरी सर्किल और बजरी मंडी से संचालित होगी। इसमें रोडवेज की
यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टैंड पर मूलभूत सुविधाओं जैसे पीने के पानी, पुरूष/महिला शौचालय, कुर्सी -बैंच, पंखे, प्रतिक्षालय, रैम्प की सुविधा, व्हील चैयर, पार्किंग, केन्टीन, क्लॉक रूम, शिशु स्तनपान गृह एवं रात्रि में रोशनी की सुविधा होना जरूरी है, लेकिन जिस जगह बस स्टैंड के लिए जगह तय की, उसके 300 मीटर तक पीने का पानी, खाने की चीजें तक उपलब्ध नहीं है। छांव के लिए टीनशेड तो दूर की बात है आसपास छायादार पेड़ तक नहीं है। लोगों को तपती धूप में सड़क पर बसों का इंतजार करना पड़ेगा। गंदगी और बदबू की वजह से आसपास के क्षेत्र में रूकना तक मुश्किल हो रहा है।
अधिकारियों ने जिस जगह बजरी मंडी ट्रांसपोर्ट नगर पर सब स्टैंड की जगह तय की है, उस जगह पहले से हर दिन करीब 500 बसें खड़ी रहती है। इसके लगते ही स्टेज कैरिज बसों का बस स्टैंड है। इनकी बसें भी मुख्य सड़क पर पार्क होती है। ऐसे में जिस जगह बस स्टैंड तय किया है,उस जगह पर ट्रैफिक जाम लगना लगभग तय है।
इन्होंने की थी जगह चिह्नित
जगह चिह्नित करने में राजेंद्र सिंह शेखावत, आरटीओ प्रथम, कुंतल बेनीवाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर, तृतीय, चांदमल वर्मा, एक्जीक्यूटिव निदेशक, रोडवेज, अपूर्वा परवाल, जोन उपायुक्त, जेडीए, जितेंद्र सिंह शेखावत, एसीपी, ट्रैफिक पुलिस, गिरधारी पारीक, तहसीलदार, जेडीए जोन-10 के शामिल थे।
