Home » राजस्थान » रेंजर ने CCF-DFO के नाम से मांगा था कमीशन:बोला था- ‘पैसा ऊपर तक जाएगा, तब ही बिल पास होगा; 1 महीने से चक्कर कटवाता रहा

रेंजर ने CCF-DFO के नाम से मांगा था कमीशन:बोला था- ‘पैसा ऊपर तक जाएगा, तब ही बिल पास होगा; 1 महीने से चक्कर कटवाता रहा

वन-विभाग के रेंजर और फॉरेस्ट गार्ड को ACB ने 4.61 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। दोनों ने पीड़ित से 34.43 लाख रुपए का बिल पास कराने के एवज में सीसीएफ और डीएफओ के नाम पर 10.60 प्रतिशत कमीशन मांगा था।

पीड़ित के अनुसार, रेंजर ने कहा था- ‘मैंने बिल की फाइल साइन करके आगे भेज दी है। पैसे दोगे तो तब ही बिल पास होगा। बाकी नहीं होगा।’ ACB ने 18 मार्च को उदयपुर वन विभाग पश्चिम कार्यालय के क्षेत्रीय वन ​अधिकारी धीरेंद्र सिंह और वन रक्षक अब्दुल रउफ को गिरफ्तार किया है।

पीड़ित ने FIR में बताया था- रेंजर धीरेंद्र सिंह ने कुल बिल का 12.60 प्रतिशत कमीशन खुद के लिए और बाकी 10.60 प्रतिशत कमीशन सीसीएफ सेठूराम यादव और डीएफओ मुकेश सैनी के पास देने की बात कही थी। पीड़ित का कुल 34.43 लाख रुपए का बिल पास करना था। इसके लिए रेंजर ने परिवादी को एक महीने तक चक्कर लगवाए।

(बाएं से दाएं) फॉरेस्ट गार्ड अब्दुल रउफ और रेंजर धीरेन्द्र सिंह से ACB की पूछताछ जारी है।
(बाएं से दाएं) फॉरेस्ट गार्ड अब्दुल रउफ और रेंजर धीरेन्द्र सिंह से ACB की पूछताछ जारी है।

एसीबी इंस्पेक्टर सोनू शेखावत ने बताया-

QuoteImage

रिश्वत मामले में सीसीएफ सेडूराम और डीएफओ मुकेश सैनी की भूमिका सामने आ रही है। इसकी जांच की जा रही है। जिसमें अगर रिश्वत ​लेने की भूमिका सामने आती है तो उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

QuoteImage

महीने भर चक्कर कटवाता रहा

परिवादी ने एफआईआर में बताया- कालामगरा-सी और बोरमाल-सी क्षेत्र में मिट्टी डालने का काम और लवकुश वाटिका में गार्ड चौकी व टिकट विंडो निर्माण आदि के बिल पास कराने के लिए रेंजर धीरेंद्र सिंह ने एक महीने तक चक्कर लगवाए। रेंजर ने मुझे कहा- ‘पैसा ऊपर तक जाएगा। तब ही बिल पास होगा। मैंने साइन करके फाइल आगे सीसीएफ-डीएफओ को भेज दी है। वो ही फाइनल करेंगे।’ कमीशन का पैसा नहीं देने पर मुझे बार-बार बिल रोकने की धमकी देकर परेशान किया जा रहा था। जिसके बाद मैंने इसकी शिकायत ACB में की थी।

तस्वीर, वन-विभाग के कार्यालय की है, जहां ACB ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया था।
तस्वीर, वन-विभाग के कार्यालय की है, जहां ACB ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया था।

सीसीएफ-डीएफओ का मांगा कमीशन

परिवादी ने बताया- 10 लाख रुपए का एक बिल रेंजर धीरेंद्र सिंह से पहले वाले रेंजर ने पास किया था। उनके ट्रांसफर होने के बाद जनवरी 2025 में रेंजर धीरेन्द्र सिंह ने जिम्मा संभाला था। धीरेंद्र ने 10 लाख रुपए बिल का भी 10.60% कमीशन (1.27 लाख) सीसीएफ-डीएफओ के नाम देने का दबाव बनाया। परिवादी ने रेंजर को इसके 60 हजार रुपए दे दिए थे। इसके बाद 22.43 लाख रुपए का बिल और पास करना था। कुल 4.61 लाख 840 रुपए कमीशन के मांगे थे, जिसमें रेंजर ने 2.37 लाख रुपए सीसीएफ-डीएफओ को देने की बात कही थी।

वन रक्षक को रुपयों से भरा थैला देने को कहा

परिवादी रिश्वत के 4.61 लाख रुपए रेंजर धीरेंद्र सिंह के पास लेकर पहुंचा था। रेंजर ने खुद रिश्वत की राशि नहीं ली। अपने पास बैठे फॉरेस्ट गार्ड अब्दुल रउफ की तरफ इशारा कर उसे पैसों का थैला सौंपने की बात कही। इसके बाद परिवादी ने वनरक्षक को पैसे सौंपे। इसके बाद बाहर जाल बिछाए बैठी एसीबी की टीम ने रेंजर धीरेन्द्र सिंह और वन रक्षक अब्दुल रउफ को ट्रैप कर लिया।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

0
0

RELATED LATEST NEWS

7k Network

Top Headlines

सनी देओल की फिल्म ‘जाट’ का बॉक्स ऑफिस पर धमाल, ओपनिंग डे पर रचा रिकॉर्ड, इस फेहरिस्त में बनाई जगह

नई दिल्लीः एक्टर सनी देओल की फिल्म ‘जाट’ 10 अप्रैल को रिलीज हो गई है. ऐसे में फिल्म को लेकर क्रेज