केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे कोटपूतली के पावटा स्थित अहीर की बावड़ी में स्थित बाबा बालनाथ आश्रम पहुंचे। यहां आयोजित 108 कुण्डीय महामृत्युंजय रुद्र महायज्ञ पूर्णाहुति के दौरान महाकाल की आरती में शामिल होने के बाद सभा स्थल पहुंचे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहे।
गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा बस्ती नाथ को प्रणाम करते हुए अपने भाषण की शुरुआत की। गृह मंत्री ने कहा- मैं बहुत कम उम्र से सामजिक जीवन में जुड़ा हूं। बहुत से सामजिक कार्यक्रमों में गया हूं, लेकिन ऐसे कार्यक्रम को मैंने आज तक नहीं देखा। यहां इस राम नवमी से अगले राम नवमी तक 108 कुंडीय महा मृत्युंजय महायज्ञ होंगे।
नाथ संप्रदाय ने हमेश समाज उत्थान का काम किया
उन्होंने कहा- मैं यहां नाथ संप्रदाय के बारे में बात करने आया हूं। यहां महाप्रभु आदिनाथ से 9 गुरुओं तक और उसके बाद भी नाथ संप्रदाय ने समाज के उत्थान की ही बात की है। ये जो अखंड भूमि है एक महायोगी ने इसको शुरू किया और बद्रीनाथ आज इसे आगे बढ़ा रहे हैं। बाबा बालनाथ जी भी ऐसे महा योगी थे जिन्होंने देश और विदेश में 84 धूनों की स्थापना कर अपने पूरे जीवन को धर्म मय बनाने का काम किया।
अपने संबोधन के अंत में गृह मत्री ने कहा कि मैं यहां कोई भाषण करने नहीं आया था। मैं यहां बाबा बालनाथ जी की समाधि से ऊर्जा प्राप्त करने आया था।
इससे पहले अमित शाह दोपहर 1.15 बजे कार्यक्रम स्थल से दो किलोमीटर दूर बावड़ी में हेलीपेड पर पहुंचे थे। इसके बाद सड़क मार्ग से बाबा बालनाथ आश्रम पहुंचे थे। अमित शाह आश्रम में स्थित समाधि स्थल, पंचमुखी महादेव मंदिर में दर्शन किए।

सभास्थल पर तैनात रहे 2 हजार सुरक्षाकर्मी
सभास्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए 2000 सुरक्षाकर्मी तैनात है, जिनमें 1500 पुलिसकर्मी और 500 अन्य एजेंसियों के सुरक्षाकर्मी शामिल रहे। इसके अलावा वीवीआईपी मूवमेंट के लिए 3 हेलीपैड तैयार किए गए। ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। एटीएस और एसटीएफ की टीमें भी अलर्ट पर रहे।

20 मिनट तक नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक को रोका गया
जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने व्यवस्थाओं की निगरानी की। प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया। दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग खुले रहे। केवल गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में रहने के दौरान 20 मिनट तक मार्ग रोका जाएगा। इसके बाद तुरंत चालू कर दिया जाएगा। स्थानीय प्रशासन ने कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए आमजन से सहयोग की अपील की।



