जयपुर: साध्वी अनादि सरस्वती (Anadi Saraswati) ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. वे आज जयपुर में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साध्वी को कांग्रेस ज्वॉइन कराएंगे. ज्वॉइनिंग का कार्यक्रम पीसीसी वॉर रूप में होगा. इस दौरान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और CWC सदस्य मोहन प्रकाश वॉर रूम पहुंचे हैं. अनादि सरस्वती स्वतंत्रता सेनानी हेमू कालीन के परिवार से हैं.
अनादि बीजेपी से टिकट चाह रही थी. सनातन विषय पर खुलकर बोलने वाली अनादि हिंदुत्व विषय पर फायर ब्रांड है. वासुदेव देवनानी के विरोधी चाहते थे अनादि को बीजेपी का टिकट मिले लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. अब बीते दिन दिनों से कांग्रेस नेताओं से मुलाकात चली. दिल्ली में सीएम अशोक गहलोत समेत 4 प्रमुख नेताओं से जोधपुर हाउस में मुलाकात हुई थी. वहीं कांग्रेस भी अजमेर उत्तर में मजबूत चेहरा ढूंढ रही थी. जिसके जरिए देवनानी के सिंधी वोट में सेंध लगाई जा सके. साथ ही कंग्रेस टिकट से सनातन धर्म का संदेश दिया जा सके.
साल 1995 में अनादि सरस्वती इस साधना से जुड़ गई:
बता दें कि 44 वर्षीय अनादि सरस्वती अजमेर की रहने वाली हैं. समाजशात्र से एमए किया है और उसके बाद अध्यात्म का मार्ग चुना. आज वह देशभर में कथा करतीं हैं. साल 1995 में अनादि सरस्वती इस साधना से जुड़ गई. अनादि सरस्वती को बेस्ट फीमेल संत ऑफ़ इंडिया के अवार्ड का सम्मान भी मिल चुका. वे अमर शहीद हेमू कालानी की वंशज बताती हैं और चिति संधान योग नाम की एक संस्था की चेयरपर्सन हैं.