कांग्रेस नेता और किसानों के मसीहा स्वर्गीय श्री राजेश पायलट जी की आज जन्म जयंती है राजनीति में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जिनके मिलने का अंदाज कुछ अलग ही रहता है । स्व पायलट का भी जनता से लगाव और जुड़ाव साधन तरीके से रहता था। राजनीती के कई लोग इस बात से वाकिफ थे कि स्वर्गीय पायलट की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है । उनके काम करने का तरीका और नेताओं से भिन्न था । जिसकी बदौलत ही आज वह हर वर्ग के लोगों से दिल का जुड़ाव लगाए हुए हैं , और सभी जातियो के प्रमूख लोग आज भी पायलट के विकास को याद करते है ।स्वर्गीय पायलट चाहते थे कि किसान का बेटा मेहनत करके अच्छी शिक्षा ग्रहण करके उच्च पदों पर कार्य करें ।उनकी भावनाएं थी की हर वर्ग मजबूर नहीं मजबूत बने । वह चाहते थे कि भारत गांवो का देश है और गांव का विकास भारत का विकास है । उन्होंने कृषि के क्षेत्र में कई कार्य किए और जब वह दूरसंचार मंत्री दायित्व उनके पास था तब दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों को संचार के माध्यम से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया।
काग्रेस के उस दौर के प्रमुख नेताओं में स्वर्गीय राजेश पायलट का नाम प्रमुखता से लिया जाता था। वह आज तक जीवित रहते तो सायद कांग्रेस की स्थिति अलग ही होती।