राइजिंग राजस्थान में शामिल हुए वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने राज्य में निवेश की कई घोषणाएं कीं। इसके बाद दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि राजस्थान उनके दिल के करीब है और यहां उद्यमियों के लिए भरपूर अवसर हैं। राज्य व केंद्र की औद्योगिक पॉलिसी पर भी उन्होंने खुलकर बात की।
राइजिंग राजस्थान हो रहा है, क्या जमीन पर पूरा निवेश उतरेगा? सबसे बड़े स्कोप के कारण राजस्थान सोलर, विंड एनर्जी को लेकर सबसे महत्वपूर्ण है। हमारी जमीन में ऑयल, गैस, सोना, चांदी, जिंक, फाॅस्फेट की प्रचुर मात्रा है। यहां पत्थर भी बहुत है। इसके एक्सप्लोरेशन की जरूरत है। यह खेती की तरह ही है। सस्टेनेबल होना चाहिए। यह सरकार भी चाहती है। इसे जितनी जल्दी से जल्दी हो, करना चाहिए।
सरकार नई खनन पॉलिसी लाई है, क्या इससे फर्क पड़ेगा? हां, इसमें समय लग जाता है। आदमी जवान से बूढ़ा हो जाता है, लेकिन समय पर करें तो ही काम पूरा हाे सकेगा। जब तक काम आगे बढ़ता है, दूसरी जेनरेशन आ जाती है।
क्या आप सरकार को सुझाव नहीं देते हैं? देश में मैं ही एक सिंगल परसन हूं जो 25 साल से बोलता आ रहा हूं। मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान में बहुत कुछ है। जब हम हिंदुस्तान जिंक ले रहे थे तो कहा जा रहा था कि एक लाख टन जिंक नहीं बना पाएंगे। आज हम 10 लाख टन तक हर साल बना रहे हैं। वो ही लोग हैं, वो ही मशीनें हैं।
फिर कमी कहां पर रह जाती है? असल में हम लोगों की इंपोर्ट करने की आदत हो गई है। हम लोग खुद को गरीब रखकर अपना पैसा बाहर भेज देते हैं और उनसे माल मंगाते हैं। हमारे पास सोना भरा हुआ है। चांदी भरी है। ऑयल व गैस हम दस डॉलर में बनाते हैं और बाहर से 80-90 डॉलर में लाते हैं। सरकार जितना ज्यादा छूट देगी, प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी।
राजस्थान निवेश की क्या योजना है? हम 1 लाख करोड़ का निवेश करेंगे। अभी हम एक लाख को रोजगार दे रहे हैं, इस निवेश से दो लाख को रोजगार देंगे। 100 प्रतिशत प्रॉडक्शन बढ़ाएंगे। 10 लाख टन जिंक बनाते हैं, उसे 20 लाख टन तक ले जाएंगे। रिन्युएबल पावर उत्पादन 10 हजार मेगावाट तक बढ़ाएंगे। चांदी का उत्पादन 800 टन से 1600 टन करेंगे। दो साल में यह होगा।
युवाओं के लिए आप क्या कर रहे हैं? हम राजस्थान में हिंदुस्तान जिंक के साथ मिलकर जिंक इंडस्ट्रियल पार्क बना रहे हैं। यह नॉन प्रोफिट होगा। युवा वहां जिंक, लेड बेस्ड इंडस्ट्री लगाएं। उन्हें रॉ मैटेरियल मिल जाएगा। पावर भी हम दे देंगे। मेरी बहुत इच्छा है कि राजस्थान के युवा उद्योग लगाएं। 5 करोड़ के शुरुआती निवेश से काम शुरू कर पाएंगे। जिंक, ऑयल एंड गैस व रिन्युएबल एनर्जी क्षेत्रों में 1 लाख करोड़ रुपए के नए निवेश में यह पार्क महत्वपूर्ण होगा। यह पूर्ण रूप से रिन्युएबल एनर्जी पर संचालित होगा।
किस नए सेक्टर में प्रवेश करने जा रहे? हम मौजूदा काम को ही बड़ा करेंगे। यहां खूब संभावना हैं। जमीन में ऑयल-गैस भरपूर है। यह तब तक निकाला जा सकता है, जब तक कि ऑयल-गैस के दाम आधे न हो जाएं। यह तभी होगा, जब देश में ही तेल निकालें।
सेमिकंडक्टर प्रोजेक्ट का क्या हुआ? मेरी आंखें इधर-उधर जाती नहीं हैं। मैं सेमिकंडक्टर भी देख रहा हूं, लेकिन मेरा फोकस है कि जिस काम को मैं कर रहा हूं, उसे बड़ा कर देश-प्रदेश को लाभ दे सकूं। हम 50 हजार करोड़ टैक्स प्रतिवर्ष दे रहे हैं। राजस्थान को 10 हजार करोड़ मिलते हैं। एक्सपेंशन पूरा होगा तो 1.50 लाख करोड़ टैक्स होगा, राजस्थान को 30 हजार करोड़ मिलेंगे। सेमिकंडक्टर का अभी लाइंसेस नहीं मिला। गुजरात ने अनुमति दी है। लाइसेंस मिलने पर आगे बढ़ेंगे। हम भारत का पहला फर्टिलाइजर प्लांट राजस्थान में ला रहे हैं।
रिफाइनरी के साथ केयर्न के भविष्य को किस रूप में देखते हैं? केयर्न से रॉ मेटेरियल सप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा प्रोसेस भी करा सकते हैं। रिफाइनरी चालू होने से बड़ा काम हुआ है। इससे जो बाई-प्राॅडक्ट मिलेगा, उससे बहुत सारी इंडस्ट्री खड़ी हो सकती है।
जयपुर में खेल स्टेडियम का क्या हुआ? सरकार ने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है। अभी हमारे पास पूरी जानकारी नहीं है।
क्यानंदघर प्रोजेक्ट का विस्तार करेंगे? यह मेरे दिल से जुड़ा प्रोजेक्ट है। राजस्थान में एक भी बच्चा कुपोषण का शिकार नहीं रहे। खाना मिले, उसे पढ़ाई मिले,उसके स्वास्थ्य की देखरेख हो। यहां अभी 3600 नंद घर हैं। आने वाले सालों में 25 हजार और खोलेंेगे। सीएम भजनलाल शर्मा ने इसके लिए कहा है।