नगर के त्रिमूर्ति चौराहे पर सोमवार रात सलीम कायमखानी पर हुए जानलेवा हमले के मामले में शाहपुरा पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही इस मामले का खुलासा किया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य, डीएसपी ओमप्रकाश बिश्नोई और थानाधिकारी सुरेश चंद्र ने इस संबंध में जानकारी दी। घायल सलीम कायमखानी की नामजद रिपोर्ट पर पुलिस ने रात में ही मुकदमा दर्ज किया था। जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव के निर्देश पर एक डीएसटी टीम का गठन किया गया, जिसने करीब 50 किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस टीम के प्रयासों से रात में ही आरोपियों का सुराग मिल गया था।
प्रेम विवाह से नाराज
एएसपी आर्य ने बताया कि जांच में सामने आया कि घायल सलीम के बेटे समीर ने दूसरे सलीम की बेटी से प्रेम विवाह किया था। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच रंजिश शुरू हो गई थी। एक माह पूर्व दोनों परिवारों के बीच सुलह के लिए एक बैठक हुई थी, लेकिन बात नहीं बनी और रंजिश और बढ़ गई। इसके बाद लड़की का चाचा मोहब्बत, सलीम से रंजिश रखने लगा था।
करीब एक माह पहले मोहब्बत ने सलीम को मारने की योजना बनाई और 20 दिन पूर्व मध्य प्रदेश से एक पिस्टल और चार कारतूस मंगवाए। उसने अपने साथी उदयपुर निवासी बदमाश फैयाज को भी इस योजना में शामिल किया और उसे सलीम को ठिकाने लगाने के लिए कहा। फैयाज ने मोइन, इस्माइल मेवाती और शामिल खां उर्फ बिच्छू को भी इस काम में शामिल किया। मोहब्बत ने उन्हें इसके लिए 15,000 रुपए भी दिए थे।
1 महीने तक की रैकी
मोहब्बत ने करीब एक माह तक सलीम की रैकी की और 13 अक्टूबर को उसे मारने की योजना बनाई। इसके बाद उसने अपने साथियों को उदयपुर से भीलवाड़ा बुलाया। फैयाज की आई-20 गाड़ी में वह स्वयं, मोईन, इस्माइल मेवाती और शामिल खां उर्फ बिच्छू भीलवाड़ा पहुंचे। वहां फैयाज उन्हें छोड़कर चला गया है। जबकि दो बाइक पर मोइन तथा बिच्छू तथा दूसरी बाइक पर मोहब्बत तथा इस्माइल बैठकर शाहपुरा आए ।

इशारा मिलते ही की फायरिंग
रात करीब 10:30 बजे सलीम कायमखानी भाजपा नेता पंकज सुगंधी के साथ त्रिमूर्ति चौराहे पर बात कर रहा था। इसी दौरान मोहब्बत ने बिच्छू को इशारा किया तो उसने बाइक धीरे कर सलीम मोहम्मद पर फायर कर दिया। फायरिंग करके चारों बदमाश आसींद मार्ग पर स्थित समेलिया रोड से होते हुए लांबिया टोल नाका पहुंचे। जहां पर एक पेट्रोल पंप पर उन्होंने अपनी दोनों बाइक खड़ी की तथा रात भर विजयनगर तथा बांदनवाड़ा क्षेत्र में कार से घूमते रहे। सुबह वापस पेट्रोल पंप पर आए, पेट्रोल पंप पर पहले से ही फैयाज कार लेकर उनका इंतजार कर रहा था और दोनों बाइक उठाकर भीलवाड़ा पहुंच गए।
पुलिस ट्रेस की लोकेशन
मोहब्बत वहीं रुक गया जबकि चारों आरोपी उदयपुर जाने की फिराक में थे। उधर पुलिस के डीएसटी टीम लगातार उनकी लोकेशन के आधार पर पीछा कर रही थी। वहीं, चित्तौड़ के पास पीछा करने के दौरान आरोपियों की कार पलट गई। जिसमें से एक आरोपी मोइन फरार हो गया। जबकि तीन को पुलिस ने डिटेन कर लिया। मोहब्बत को भीलवाड़ा से पुलिस ने डिटेन किया। अपराध में ली गई पिस्तौल की बरामदगी होना शेष बाकी है।
दोपहर को उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। बालाजी की छतरी से सदर बाजार होते हुए बस स्टैंड तक के सभी आरोपियों की पैदल परेड कराई गई। जानकारी में है कि चारों जनों पर उदयपुर के विभिन्न थानों में आम सेट सहित कई गंभीर मामलों में प्रकरण दर्ज है। फायर करने वाला आरोपी बिच्छू 9 तारीख को ही उदयपुर जेल से जमानत पर बाहर आया था और 13 तारीख को उसने घटना को अंजाम दे दिया है।





