कोटा में पुलिस को देखकर बदमाश के खुद को गोली मारने की घटना में नया मोड़ आया है। पुलिस जिस शव को बदमाश रूद्र मीना उर्फ RDX मान रही थी, वह उसका दोस्त प्रीतम गोस्वामी निकला। सोमवार सुबह RDX के परिजनों ने शव देखकर इसका खुलासा किया है। यानी बदमाश अभी जिंदा है और पुलिस की पकड़ से बाहर है। बदमाश पर लूट और हत्या के प्रयास के कई मुकदमे दर्ज हैं।
गौरतलब है कि रविवार को पुलिस ने RDX को पकड़ने के लिए एक घर की घेराबंदी की थी। पुलिस को देखकर बदमाश के दोस्त ने खुद को गोली मार ली थी। गोली लगने से चेहरे पर गहरा घाव था, इसलिए शुरुआती जांच में पुलिस को लगा कि वह बदमाश RDX था, लेकिन पुलिस का अंदाजा गलत निकला।
जांच में सामने आया है कि बदमाश पुलिस के पहुंचने से पहले ही भाग चुका था और उसके दोस्त प्रीतम ने डरकर सुसाइड कर लिया।
पुलिस RDX को 26 जनवरी को कोटा के जीएडी सर्किल पर एक चाय की दुकान वाले को गोली मारने के आरोप में पकड़ने गई थी। एडिशनल एसपी दिलीप सैनी ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी रजनीश पोर्टर को पुलिस 27 जनवरी को गिरफ्तार कर चुकी है। फायरिंग करने वाले 5 आरोपियों में से एक रुद्र उर्फ आरडीएक्स (26) निवासी प्रेमपुरा, इटावा भी एक था।
कई दिनों से पुलिस फायरिंग के आरोपियों की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी। पुलिस ने रविवार को लोकेशन ट्रेस कर नीलकंठ अपार्टमेंट के पास श्रीनाथपुरम कॉलोनी के एक मकान की घेराबंदी की। एक टीम रुद्र के मकान तक पहुंची, लेकिन बदमाश ने गेट नहीं खोला।

इतने में मकान के अंदर से गोली चलने की आवाज आई। अंदर जाकर देखा तो एक कमरे में युवक का शव पड़ा था, उसने अपने चेहरे पर गोली मार ली थी।
सैनी के मुताबिक- पहले लगा कि ये रुद्र उर्फ आरडीएक्स है। उसे हॉस्पिटल लेकर गए। आज सुबह उसके परिजनों ने शिनाख्त की, लेकिन उन्होंने रुद्र के होने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि ये उसका दोस्त प्रीतम है। प्रीतम गोस्वामी कोटा रंगबाड़ी इलाके का ही रहने वाला है। प्रीतम के पैर में रॉड होने के कारण वो भाग नहीं सका।
पुलिस ने बताया- घटना स्थल से रुद्र की गाड़ी और चाबी मिली है। इसके अलावा दोनों की आईडी मिली है। रुद्र उर्फ RDX पुलिस के पहुंचने से पहले ही वहां से निकल चुका था। मृतक प्रीतम के परिजनों ने प्रीतम की पहचान कर ली है।
