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अमेरिकी मंच पर चमकी जयपुर की रॉयल वीणा:अमेरिकन आर्ट अवॉर्ड्स में मिला दूसरा स्थान, पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रो को दी थी गिफ्ट

जयपुर की शिल्प परंपरा एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकी है। शहर के प्रसिद्ध जांगिड़ परिवार की अनूठी कलाकृति ‘रॉयल वीणा’ को प्रतिष्ठित 2025 अमेरिकन आर्ट अवॉर्ड्स (American Art Awards) में स्कल्प्चर-रिप्रेजेंटेशनल कैटेगरी में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान दुनिया के 63 देशों के कलाकारों के बीच हुई प्रतियोगिता में हासिल किया गया है, जिससे जयपुर और राजस्थान का नाम एक बार फिर वैश्विक कला जगत में रोशन हुआ है। गौरतबल है कि दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएन मैक्रों से मुलाकात के बाद उन्हें चंदन की लकड़ी में नक्काशी से तैयार रॉयल वीणा की कलाकृति गिफ्ट की थी।

इस अवॉर्ड को जयपुर के युवा शिल्पकार रोहित जांगिड़ और उनके जांगिड़ परिवार को उनकी उत्कृष्ट रचना सैंडलवुड कार्विंग सितार के लिए प्रदान किया गया। यह वीणा चंदन की लकड़ी से बारीकी से तराशी गई है और भारतीय संगीत के महान गायक मियां तानसेन के जीवन की कथा को दर्शाती है।

इस अवॉर्ड को जयपुर के युवा शिल्पकार रोहित जांगिड़ और उनके जांगिड़ परिवार को उनकी उत्कृष्ट रचना सैंडलवुड कार्विंग सितार के लिए प्रदान किया गया।
इस अवॉर्ड को जयपुर के युवा शिल्पकार रोहित जांगिड़ और उनके जांगिड़ परिवार को उनकी उत्कृष्ट रचना सैंडलवुड कार्विंग सितार के लिए प्रदान किया गया।

तानसेन की आत्मा को दर्शाती ‘रॉयल वीणा’

रोहित ने बताया किरॉयल वीणा’ के इस अद्भुत शिल्प में चार कक्ष (compartments) बनाए गए हैं, तीन छोटे और एक बड़ा । जो वीणा के ट्यूनिंग पेग्स के माध्यम से खुलते हैं। प्रत्येक कक्ष में तानसेन के जीवन के अलग-अलग प्रसंगों को बाइजेंटाइन शैली (Byzantine carving) में उकेरा गया है। इसके गूंजक भाग (resonating chamber) के दोनों ओर नृत्यमग्न गणेश और मोरों की जोड़ी विराजमान हैं, जबकि शीर्ष पर देवी सरस्वती की प्रतिमा है, जो संगीत, ज्ञान और सृजन की प्रतीक हैं।

रोहित जांगिड़ ने बताया कि यह सम्मान केवल मेरे परिवार का नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान और भारत की कला परंपरा का है। मेरी कोशिश रहती है कि भारतीय संस्कृति और संगीत को लकड़ी पर जीवंत कर सकूं।

दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएन मैक्रों से मुलाकात के बाद उन्हें चंदन की लकड़ी में नक्काशी से तैयार रॉयल वीणा की कलाकृति गिफ्ट की थी।
दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएन मैक्रों से मुलाकात के बाद उन्हें चंदन की लकड़ी में नक्काशी से तैयार रॉयल वीणा की कलाकृति गिफ्ट की थी।

रोहित जांगिड़ लगभग पूरी तरह से दुर्लभ चंदन की लकड़ी (Sandalwood) पर काम करते हैं। उन्होंने यह शिल्पकला अपने पिता से बचपन में सीखी। अभी भी वे अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं, लेकिन कम उम्र में ही उनके कार्यों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है।

उनकी एक प्रसिद्ध मिनिएचर कृति लकड़ी की मक्खी (Wooden House Fly) के लिए उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला था। रोहित ने बताया कि मुझे मिनिएचर आर्ट में काम करना पसंद है। इसमें हर रेखा, हर उभार को बहुत सावधानी से उकेरना पड़ता है। हम जांगिड़ परिवार ही ऐसे उत्पाद बनाते हैं जिनके ढक्कनों में छोटी-छोटी कहानियां छिपी होती हैं, जिन्हें खोलने पर दर्शक चकित रह जाते हैं।

‘रॉयल वीणा’ को पहले भी कई राष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है, लेकिन अमेरिकन आर्ट अवॉर्ड्स जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मंच से मिला यह पुरस्कार इसे नई ऊंचाई देता है। इस प्रतियोगिता की जूरी अमेरिका की 20 शीर्ष गैलरियों और म्यूजियम्स की ओर से की जाती है।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

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