सीकर के पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती के आश्रम में चोरी मामले में दूसरे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह अभी कोटपूतली में कचरा बीनने का काम कर रहा था।
पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती के आश्रम में 3 महीने पहले चोरी हुई थी। मामले में दादिया पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने डीएसटी टीम के सहयोग से मामले में फरार चल रहे 10 हजार रुपए के इनामी चोर हरि उर्फ हरिया को कोटपूतली में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।
अलसुबह घुसे थे चोर, हाथ में थी लोहे की रॉड दादिया थाना SHO बुद्धिप्रसाद के अनुसार 1 अगस्त को सत्यवीर सिंह ने पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि वह वैदिक आश्रम पिपराली की 25 वर्ष से रखवाली करता है। एफआईआर के अनुसार 1 अगस्त को अलसुबह 5:30 बजे वह घूम रहा था, तब उसने देखा कि पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती की गाड़ी के पास सामान बिखरा है। गाड़ी भी खुली हुई है। गाड़ी में से कई डॉक्यूमेंट गायब थे। पास ही खड़ी बाइक में भी डुप्लीकेट चाबी लगी मिली।
सत्यवीर सिंह को शक हुआ तो उसने कमरों में भी देखा। कमरों में भी सामान बिखरा हुआ था। इसके बाद जब सीसीटीवी फुटेज देखे तो पता चला- रात करीब 3 बजे एक संदिग्ध युवक ने दीवार फांदकर आश्रम में प्रवेश किया। उसके मुंह पर काला कपड़ा बंधा हुआ था। हाथ में लोहे की रोड जैसा कुछ था। वह पूर्व सांसद के कमरे के सामने भी घूमता हुआ नजर आया। पुलिस ने रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की।

पुलिस ने आरोपियों पर रखा था 10 हजार का इनाम मामले में एसपी ने 25 सितंबर को आरोपियों पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी धुड़ाराम को नीमकाथाना इलाके में दबिश देकर गिरफ्तार किया था। उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि घटना के दौरान हरि उर्फ हरिया उर्फ विकास (28) पुत्र रुघनाथ बावरिया भी उसके साथ शामिल था।
आरोपी पर 14 मुकदमे दर्ज, एक दर्जन मंदिरों में की चोरी पुलिस टीम ने हरि की तलाश में कई बार दबिश दी। लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल पाया। 3 दिन पहले पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी शाहपुरा में अस्पताल के पास आया हुआ है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की लोकेशन निकाली तो वह पहले पाटन और उसके बाद पावटा होते हुए कोटपूतली की मिली। कोटपूतली में पुलिया के नीचे दबिश देकर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।
आरोपी हरि ने पुलिस को बताया कि वह वर्तमान में कोटपूतली में कचरा बीनने का काम कर रहा था। आरोपी हरि घटना के बाद पहले चौमूं में रहने लगा और फिर कोटपूतली आ गया। आरोपी के खिलाफ पहले से 15 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी अब तक करीब एक दर्जन मंदिरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी की गिरफ्तारी में डीएसटी टीम के कॉन्स्टेबल सुभाष की विशेष भूमिका रही।






