Home » अंतर्राष्ट्रीय » MBA-इंजीनियर ने मिलकर किया 400 करोड़ का फ्रॉड:फर्जी कंपनियां बनाकर लोगों को फांसा; 1930 पर चार हजार से ज्यादा शिकायतें

MBA-इंजीनियर ने मिलकर किया 400 करोड़ का फ्रॉड:फर्जी कंपनियां बनाकर लोगों को फांसा; 1930 पर चार हजार से ज्यादा शिकायतें

भरतपुर में 400 करोड़ की साइबर ठगी का खुलासा हुआ है। आरोपी MBA और इंजीनियर हैं। दोनों ने क्राइम के लिए गैंग बनाई और फर्जी गेमिंग व इन्वेस्टमेंट कंपनी बनाकर सैकड़ों लोगों को फंसाया। भरतपुर रेंज वॉर रूम की टीम ने आज इसका खुलासा किया है। पुलिस ने 1 हजार करोड़ से ज्यादा की ठगी होने की संभावना जाहिर की है।

जानकारी के अनुसार आरोपियों ने दिल्ली और बंगलौर में फर्जी गेमिंग और इन्वेस्टमेंट के कंपनी बनाकर फर्जीवाड़ा किया। एक आरोपी की पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया है। 1930 पर धौलपुर के एक व्यक्ति ने साइबर ठगी की शिकायत दी थी, इसकी जांच में ही यह फ्रॉड खुला।

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया- आरोपी रविंद्र सिंह (54) पुत्र त्रिलोकी नाथ सिंह मूल रूप से बलिया (यूपी) का रहने वाला है। हाल में वह दिल्ली के द्वारका इलाके में रहता है। दूसरा आरोपी दिनेश सिंह (49) पुत्र दीनानाथ भी बलिया का रहने वाला है फिलहाल वह दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में रहता है। दिनेश की पत्नी कुमकुम (38) को भी गिरफ्तार किया गया है। यह दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में रहती है।

फर्जी कंपनी बनाकर सैकड़ों लोगों को ठगा…

आरोपियों को भरतपुर पुलिस ने गिरफ्त में लिया है। चेक शर्ट में आरोपी रविंद्र सिंह है जो मास्टरमाइंड है। वहीं दूसरा आरोप दिनेश है। दिनेश की पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों को भरतपुर पुलिस ने गिरफ्त में लिया है। चेक शर्ट में आरोपी रविंद्र सिंह है जो मास्टरमाइंड है। वहीं दूसरा आरोप दिनेश है। दिनेश की पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया है।

रेंज आईजी बोले- आईफोरसी ने मदद की

रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया- केंद्रीय एजेंसी आईफोरसी के डायरेक्टर राजेश कुमार ने इस मामले में हमारा सहयोग किया। आईफोरसी मुख्य तौर पर साइबर क्राइम के मामलों को हैंडल करती है। हमें जहां-जहां डिटेल चाहिए थी, वहां आईफोरसी ने हमारी मदद की और काफी सहयोग दिया।

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया- 6 मार्च को साइबर थाना धौलपुर पर हरिसिंह नाम के व्यक्ति ने 1930 डायल कर फिनो पेमेंट बैंक के खाते के खिलाफ साइबर फ्रॉड की शिकायत दी थी। 1930 पर मिलने वाली शिकायतों का विश्लेषण करने के लिए रेंज साइबर वाररूम बना हुआ है। इस मामले का विश्लेषण किया तो चौंकाने वाले फैक्ट सामने आए।

जिस फिनो पेमेंट बैंक के खिलाफ शिकायत दी गई थी, उसके खिलाफ 1930 पर पहले से 3 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज थी, जो वर्तमान में 4 हजार से ऊपर पहुंच गई हैं।

धौलपुर के पीड़ित ने 1930 पर दर्ज कराई थी शिकायत

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया- 6 मार्च को साइबर थाना धौलपुर पर हरिसिंह नाम के व्यक्ति ने 1930 डायल कर फिनो पेमेंट बैंक के खाते के खिलाफ साइबर फ्रॉड की शिकायत दी थी। 1930 पर मिलने वाली शिकायतों का विश्लेषण करने के लिए रेंज साइबर वाररूम बना हुआ है। इस मामले का विश्लेषण किया तो चौंकाने वाले फैक्ट सामने आए।

जिस फिनो पेमेंट बैंक के खिलाफ शिकायत दी गई थी, उसके खिलाफ 1930 पर पहले से 3 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज थी, जो वर्तमान में 4 हजार से ऊपर पहुंच गई हैं।

पुलिस ने आरोपियों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के आरोप हैं।
पुलिस ने आरोपियों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के आरोप हैं।

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया-इसके बाद टीम गठित कर फिनो पेमेंट बैंक के बारे में डिटेल खंगाली। धौलपुर के शिकायतकर्ता हरिसिंह के 35 लाख रुपए लेकर आगे चार कंपनियों के खातों में ट्रांसफर किए गए थे-

1- रुकनेक इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (गुरुग्राम हरियाणा) 2- सेलवा कृष्णा आईटी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड(चेन्नई, तमिलनाडु) 3- एसकेआरसी इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड (ठाणे, महाराष्ट्र) 4- नित्यश्री मेनपावर एंड कॉन्ट्रेक्ट वर्क्स (नागापट्‌टीनम, तमिलनाडु)

इन चारों कंपनियों के बैंक खातों को तत्काल फ्रीज किया गया। इन खातों में वर्तमान में करीब 4 करोड़ की राशि फ्रीज है। इनमें से आरोपी दिनेश और कुमकुम रुकनेक इंटरप्राइजेज कंपनी के डायरेक्टर निकले।

ये गेमिंग एप के फर्जी लिंक, शेयर बाजार में में निवेश का झांसा देकर ठगी कर रहे थे। बीते 4 महीने में इन अकाउंट्स में 400 करोड से अधिक का लेन-देन हुआ है। संभावना है कि आगे जांच में यह आंकड़ा 1 हजार करोड़ से ज्यादा का हो सकता है।

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने शुक्रवार को मामले का खुलासा किया।
भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने शुक्रवार को मामले का खुलासा किया।

बैंक का सरगना रविंद्र सिंह, CA की लेता था मदद

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया-गैंग का सरगना रविंद्र सिंह है। जो एमबीए तक पढ़ा है। इसका भांजा शशिकांत पैसे लेकर ठगी में सहयोग करता था। शशिकांत यूपी के इलाहबाद का रहने वाला है।

आरोपियों ने विभिन्न पेमेंट गेटवे (फिनो पेमेंट, बकबॉक्स इनफोटेक, फोनपे, एबुनडान्स पेमेंट, पेवाइज, ट्राइपे) आदि पर मर्चेंट जारी करवा रखे हैं। इन पर याा पैसा गुरुग्राम के एचडीएफसी, दिल्ली के आरबीएल, बंधन बैंक, कोटक, इंडसइंड, एक्सेस और यस बैंक में जा रहे थे।

आखिर में यह सारा पैसा मुख्य सरगना के पास जा रहा था। आरोपियों के द्वारा खुलवाई गई अधिकतर कंपनियों के पते फर्जी हैं। सिम कार्ड भी फर्जी हैं। रविंद्र इन्हें फर्जी सिम मुहैया कराता था। खास बात यह है कि रविंद्र इस फ्रॉड में सीए की भी मदद लेता था। दिनेश और कुमकुम ने रुकनेक के अलावा चार और कंपनियां रजिस्टर्ड करा रखी थी। उनके भी अलग अलग बैंक खाते हैं।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

0
0

RELATED LATEST NEWS

infoverse academy

Top Headlines

गाय ले जाते तस्कर सीसीटीवी कैमरे में कैद:गाय को गाड़ी में ले गए तस्कर, पुलिस की गश्त व्यवस्था पर उठाये लोगों ने सवाल

डीग जिले के मेवात इलाके में गौ तस्करी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। आये दिन गौ तस्कर