जयपुर सुनील शर्मा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की अनुपालना में जयपुर जिले में रास्ता खालो अभियान का प्रभावी संचालन किया जा रहा है।रास्ता खोलो अभियान के सफल क्रियान्वयन एवं अधिक से अधिक आमजन को लाभांवित करने के लिए जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी स्वयं अभियान की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यही कारण है कि 6 महीने से भी कम समय में जयपुर जिला प्रशासन ने अभियान के तहत 1 हजार से अधिक रास्ते खुलवाने में कामयाबी हासिल की है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं अभियान की नोडल अधिकारी देवेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन में प्रत्येक तहसील में हर सप्ताह 3 रास्ते खुलवाकर लाखों ग्रामीणों को राहत प्रदान की जा रही है।अभियान के तहत जिला प्रशासन ने समझाइश एवं सहमति से गांवों, खेतों और ढाणियों के बरसों से बंद पड़े एक हजार 87 रास्ते खुलवाए गए हैं।
नोडल अधिकारी देवेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि 15 नवंबर 2024 से 11 मई 2025 तक अभियान के तहत जिले में फागी तहसील में सर्वाधिक 88 रास्ते खुलवाए गए हैं।वहीं अभियान के तहत जयपुर तहसील में 4 रास्ते,कालवाड़ तहसील में 8 रास्ते,आमेर तहसील में 60 रास्ते,जमवारामगढ़ तहसील में 49 रास्ते, आंधी तहसील में 55 रास्ते,बस्सी तहसील में 56 रास्ते,तूंगा तहसील में 43 रास्ते खुलवाए गए।
वहीं शाहपुरा तहसील में 70 रास्ते, जोबनेर तहसील में 64 रास्ते, किशनगढ़-रेनवाल तहसील में 52 रास्ते, फुलेरा तहसील में 58 रास्ते, रामपुरा-डाबड़ी तहसील में 44 रास्ते, जालसू तहसील में 35 रास्ते, चौमूं तहसील में 76 रास्ते,सांगानेर तहसील में 26 रास्ते खुलवाए गए।
साथ ही देवेंद्र कुमार ने बताया कि चाकसू तहसील में 64 रास्ते,कोटखावदा तहसील में 46 रास्ते,माधोराजपुरा तहसील में 60 रास्ते,दूदू तहसील में 57 रास्ते एवं मौजमाबाद तहसील में 72 रास्ते खुलवाए गए।
साथ ही उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को रास्ता खोलो अभियान के तहत बंद रास्ते खुलवाए जाने के पश्चात खोले गए रास्तों पर ग्रेवेल,सी.सी. रोड़ बनवाये जाने की कार्यवाही भी जल्द से जल्द अमल में लाने के निर्देश दिये हैं, इन निर्देशों की अनुपालना में अधिकांश स्थानों पर ग्रेवल रोड बनाने की कार्यवाही भी आरंभ की जा चुकी है।वहीं जिन रास्तों के वाद न्यायालय में विचाराधीन है परिवादियों द्वारा संबंधित न्यायालय से ही अनुतोष प्राप्त किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में परिवाद प्राप्त होते हैं।रास्तों को लेकर न्यायालय में भी वाद दायर किए जाते रहते हैं।ऐसे प्रकरणों में निरन्तर बढ़ोतरी होने से आमजन को न्यायालय के चक्कर लगाने एवं जन-धन की हानि होने के साथ-साथ क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। इसलिए प्रशासन ने रास्ते सम्बन्धी समस्याओं के निराकरण के लिए ‘रास्ता खोलो अभियान’ चलाने का निर्णय लिया गया।
