राजधानी स्थित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित राज्य स्तरीय संगोष्ठी – पर्यावरण,उद्योग और खनन में कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने राजस्थान के औद्योगिक भविष्य को आकार देने वाली एक महत्वपूर्ण घोषणा की।साथ ही राठौड़ ने इंडस्ट्री विभाग, कौशल विकास विभाग और लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वावधान में एक Joint Task Force के गठन की घोषणा की,जो अगले तीन सप्ताह में गठित होगी।
इस जॉइंट टास्क फोर्स का उद्देश्य राजस्थान के प्रमुख उद्योग क्लस्टरों का विकास करना और राज्य की शीर्ष पांच निर्यात योग्य वस्तुओं (जैसे स्टोन, टेक्सटाइल,हैंडीक्राफ्ट्स,सेरामिक्स, जेम्स एंड ज्वेलरी) के निर्यात को बढ़ावा देना होगा।यह टास्क फोर्स नीति निर्माण, स्किल मैपिंग,बुनियादी ढांचे के मूल्यांकन और निर्यात बढ़ाने के लिए रणनीतिक कदम तय करेगी।
साथ ही कर्नल राठौड़ ने कहा राजस्थान की औद्योगिक ताकत को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के लिए हमें डेटा-ड्रिवन और क्लस्टर-फोकस्ड दृष्टिकोण अपनाना होगा।यह जॉइंट टास्क फोर्स ज़मीन से जुड़ी ज़रूरतों का समाधान निकालेगी।
इस मौके पर राठौड़ ने यह भी स्पष्ट किया कि राजस्थान को ग्रीन इंडस्ट्रियल स्टेट के रूप में स्थापित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और इसमें खनिज संसाधनों का सतत उपयोग,रोजगार सृजन और उद्यमिता का विस्तार निर्णायक भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम में इंडिया स्टोन मार्ट 2026 की तैयारियों की समीक्षा की गई,जिसमें देश-विदेश के प्रमुख एक्सहिबिटर्स की भागीदारी अपेक्षित है।संगोष्ठी में वरिष्ठ अधिकारियों,नीति-निर्माताओं,उद्योग विशेषज्ञों और उद्यमियों ने हिस्सा लिया।
