जयपुर में ग्राम विकास अधिकारी से 71 लाख रुपए लूटने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन तीनों ने ही लूट की वारदात को अंजाम दिया था। गिरफ्तार आरोपियों में हिस्ट्रीशीटर रवि पंडित, सुरेंद्र जाट और मुकेश सामोता शामिल है। इन्हें रिंग रोड के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस जैसे ही तीनों को पकड़ने पहुंची उन्होंने रिंग रोड से 20 फीट नीचे छलांग लगा दी।
दरअसल, आरोपी बची हुई 20 लाख रुपए की राशि को छुपाकर उदयपुर के कैथून फरार हो गए थे। फिर गुरुवार को कैश लेने वापस जयपुर आए थे। कैश लेकर बदमाश राजस्थान छोड़कर फरार होने की फिराक में थे। इस दौरान मानसरोवर थाने के स्पेशल टीम के हैड कॉन्स्टेबल भीम सिंह को बदमाशों के रिंग रोड के पास होने की सूचना मिल गई।
सूचना के बाद पुलिस रिंग रोड के पास बदमाशों का पीछा किया। पुलिस से बचने के लिए बदमाश रिंग रोड से 20 फीट नीचे कूदकर भागने लगे। पुलिस की टीम ने करीब एक किलोमीटर तक पीछा गया। इस दौरान पुलिस और गड्ढों में गिरने से टांग टूट गई। पुलिस घायल अवस्था में तीनों आरोपियों को पकड़ कर ले आई। उन्हें जयपुरिया अस्पताल में भर्ती कराया।
आरोपियों को लगा था पीड़ित केस दर्ज नहीं करवाएगा
प्राइमरी पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपियों को एक अन्य शख्स देवेंद्र जांगिड़ के पास 71 लाख रुपए की हवाला राशि होने की जानकारी मिली थी। सूचना देने वाले ने बताया था कि देवेंद्र जांगिड़ रुपए लूटे जाने के बाद थाने में कोई एफआईआर दर्ज नहीं करवाएगा। ऐसे में पल-पल की अपडेट मिलने के बाद बदमाशों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया।
तीन लोग अभी भी फरार
हालांकि मामले में अभी तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। वहीं अभी भी पुलिस पैसों की सूचना देने वाले उसे शख्स के बारे में जानकारी जुटा रही है। जिस ने परिवादी के पास 71 लाख रुपए होने की पूरी जानकारी दी थी।
क्या है मामला
दरअसल, 23 अप्रैल की शाम करीब 6.30 बजे एक ग्राम विकास अधिकारी (बीडीओ) देवेन्द्र जांगिड़ से जयपुर के मुहाना इलाके में 71 लाख रुपए लूट लिए गए थे। बदमाश ब्लैक स्कॉर्पियो में सवार होकर आए थे। पीड़ित की कार को रोका। फिर बदमाशों ने बेसबॉल बैट से हमला कर दिया था। घबराकर देवेंद्र और उसके साथी कार से उतर गए। बदमाशों ने देवेंद्र के पैर और सिर पर डंडे से हमला कर दिया था। इसी दौरान दूसरे बदमाश ने देवेंद्र की कार में रखे हुए रुपयों से भरे बैग लेकर भाग गए थे।
तीन पहले हो चुके गिरफ्तार
मामले में आरोपियों की मदद करने वाले तीन लोगों को 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। तीनों आरोपियों गोपाल जाट, बद्रीनारायण और संजय से लूटी गई रकम में से 48 लाख 90 हजार रुपए और कार को जब्त की गई थी।
