कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास (79) आरती करने के दौरान झुलस गईं। गणगौर पूजा के दौरान दीपक से उनकी चुन्नी में आग लग गई।
गिरिजा व्यास को उदयपुर के निजी अस्पताल में ले जाया गया था, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उनको अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गिरिजा व्यास के भाई और भतीजे से अहमदाबाद फोन पर बातचीत कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रूशिकेश पटेल से बात करके गिरिजा व्यास के बेहतर इलाज के लिए भी चर्चा की।

पूजा के बाद लगी आग व्यास के भाई गोपाल शर्मा ने बताया- मैं फार्म हाउस पर गया हुआ था। इस दौरान आग लगने की सूचना मिली। घर पहुंचे तो पता चला कि मां गणगौर का पूजन कर रही थीं। इसी दौरान उनकी चुन्नी में आग गई। नीचे जल रहे दीपक के कारण उनकी चुन्नी ने आग पकड़ ली थी। घर में ही काम करने वाले एक व्यक्ति ने उनको संभाला। उनको उदयपुर में निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां से अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।
बहू हितांशी शर्मा ने बताया- गणगौर की पूजा करने के बाद सभी लोग अपने-अपने कामों में लग गए थे। इसी दौरान नीचे जल रहे दीपक से चुन्नी ने आग पकड़ ली। इसके बाद तुरंत मैं और मेरे पति और घर में काम करने वाला बसंत उन्हें अस्पताल लेकर गए।

गिरिजा व्यास कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रहीं डॉ. गिरिजा व्यास वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं। वे केंद्र और राज्य में बड़े पदों पर रह चुकी हैं। वे राज्य और केंद्र सरकार में मंत्री रहने के अलावा कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष रह चुकी हैं। दो बार राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं। 1985 से 1990 तक विधायक और राजस्थान सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री रहीं।
गिरिजा व्यास साल 1991 में पहली बार सांसद बनीं। वे उदयपुर से तीन बार सांसद रहीं। 1996 और 1999 में उदयपुर से कांग्रेस के टिकट पर सांसद का चुनाव जीतीं। 2009 में चित्तौड़गढ़ से लोकसभा चुनाव जीतीं। वे कांग्रेस की मीडिया प्रभारी, विचार विभाग की प्रमुख रहने के अलावा कांग्रेस के मुखपत्र कांग्रेस संदेश की एडिटर इन चीफ भी रह चुकी हैं।
