चूरू में छुट्टी पर घर आ रहे आर्मी के जवान को पिकअप ने कुचल दिया। हादसे में जवान गंभीर घायल हो गए थे। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हादसा साहवा थाना क्षेत्र के बिलिया गांव के पास 31 मार्च को हुआ था।
साहवा थाना के हेड कॉन्स्टेबल जयवीर ने बताया- बिलिया गांव निवासी लखवीर सिंह (31) इंडियन आर्मी की 25 राजपूत रेजीमेंट में फाजिल्का (पंजाब) में हवलदार के पद पर तैनात थे। लखवीर की यूनिट का फाजिल्का से उत्तराखंड ट्रांसफर हुआ था।
वे 31 मार्च को फाजिल्का से पिकअप में सामान लेकर पत्नी और बच्चों के साथ गांव आ रहे थे। साहवा से 3 किलोमीटर पहले पिकअप में रखे सामान को सही करने के लिए उतरे थे। इसी दौरान ड्राइवर ने पिकअप चला दिया। लखवीर उसके नीचे आ गए।
लखवीर को गंभीर हालत में नोहर के अस्पताल लेकर गए। वहां से चूरू के डीबी अस्पताल रेफर कर दिया। मंगलवार देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
हेड कॉन्स्टेबल जयवीर ने बताया- सूचना मिलने पर बुधवार दोपहर डीबी अस्पताल पहुंचे। पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।

यूनिट का ट्रांसफर होने पर पत्नी-बच्चों को छोड़ने आ रहे थे हेड कॉन्स्टेबल जयवीर सिंह ने बताया- मदावास (तारानगर) निवासी अर्जुन सिंह ने रिपोर्ट दी कि उसके जीजा की यूनिट का फाजिल्का से उत्तराखंड ट्रांसफर हो गया था। वह 3 दिन की छुट्टी लेकर पत्नी, बच्चों और सामान को घर छोड़ने के लिए बिलिया गांव आ रहे थे।
फाजिल्का से उनको लाने के लिए बिलिया गांव निवासी पिकअप ड्राइवर रोहिताश सिंह गया था। साहवा से 3 किलोमीटर पहले लखवीर पिकअप में रखे सामान को सही करने के लिए उतरे थे। वे वापस पिकअप में चढ़ रहे थे, तभी ड्राइवर रोहिताश ने लापरवाही से पिकअप को चला दिया। लखवीर पहियों के नीचे कुचल गए।

2016 में हुई थी शादी परिजनों ने बताया कि लखवीर सिंह 15 जून 2013 को भारतीय सेना की 25 राजपूत रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। उनका ट्रेनिंग सेंटर फतेहगढ़ था। जून 2014 में उनको 25 राजपूत रेजीमेंट फाजिल्का भेज दिया गया था। तब से लगातार वहीं तैनात थे।
लखवीर की शादी 2016 में तारानगर तहसील के गांव मदावास में मनोज कंवर से हुई थी। उनके 2 बेटे हैं। बड़ा बेटा 5 साल और छोटा बेटा चार महीने का है। लखवीर के पिता रूपसिंह गांव में खेतीबाड़ी करते हैं। लखवीर उनके इकलौते बेटे थे।
