जयपुर के विश्वकर्मा थाना पुलिस ने खटखट गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दोनों बदमाशों ने जयपुर में 6 से ज्यादा वारदात करना कबूल किया। गैंग के अन्य तीन बदमाशों की तलाश में पुलिस सम्भावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। गिरफ्तार गैंग के सदस्यों ने बताया कि वह कार में बैग, सूटकेस होने पर चालक का ध्यान भटकाते थे। इसके बाद सामान लेकर फरार हो जाते थे।
डीसीपी वैस्ट अमित कुमार ने बताया- वेस्ट जिले में गैंग द्वारा की गई वारदातों के बाद सभी थाना प्रभारियों को इन बदमाशों पर नजर रखने और कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इस पर आज वीकेआई थाना पुलिस ने गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पूछताछ में कई वारदात करना कबूल किया है। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में हमारी टीम बदमाशों के सम्भावित ठिकानों पर निरंतर दबिश दे रही है। गैंग के अन्य सदस्यों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
31 मार्च व 1 अप्रैल को वीकेआई, करधनी, विद्याधर नगर एवं शिप्रापथ थाना इलाकों मे संगठित गैंग ने एक ही तरीके से गाड़ी वाले व्यक्तियों को ऑयल नीचे गिरने का कहकर ध्यान भटकाया। गाड़ी में रखे पैसे के बैग/अटैची और अन्य कीमती सामान चोरी किया। चोरी करने वाली गैंग की वारदातों की गंभीरता को देखते हुए अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखने व गैंग को ट्रेस आउट के लिए टीम बनाई गई।
गठित टीम ने क्राइम सीन के आसपास 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले
टीम ने सीसीटीवी कैमरों की गहनता से चैकिंग की और मुखबिर से मिली जानकारी के बाद टैक्टिकल टीम से डेटा लेकर बदमाशों का रूट चार्ट बनाकर काम किया। इसके बाद पुलिस टीम को दो बदमाशों के बारे में लीड मिली। जिन्हें पूछताछ के लिए डिटेन किया। पूछताछ में दोनों बदमाशों ने वारदात में शामिल होना स्वीकार और गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी दी। पुलिस टीमें अभी-भी गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।
गैंग से पूछताछ के दौरान खुलासा
संगठित गैंग ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने करधनी थाना इलाके में 31 मार्च को 1 वारदात और 1 अप्रैल को विद्याधर थाना सर्किल में दो वारदात को अंजाम दिया। शिप्रापथ इलाके में 31 से 2 तक दो वारदात की।
गैंग ने पूछताछ में बताया कैसे करते हैं ये लोग वारदात
पकड़े गए बदमाशों ने बताया- गैंग में कुल 5 लोग होते हैं। ये लोग एक साथ रहकर भीड़भाड वाले स्थानों पर जाकर रैकी कर ऐसे गाड़ी वाले व्यक्तियों को चिह्नित करते हैं, जिनकी गाड़ी में बैग या अटैची रखी हो। कार को चिह्नित कर गाड़ी के बोनट पर ऑयल डाल देते हैं। फिर ऑयल नीचे गिरने का कहकर ध्यान भटकाते हैं। पीछे से गैंग के सदस्य गाड़ी में रखे रुपए के बैग / अटैची और अन्य कीमती सामान को चोरी करते हैं।
वहीं, दूसरा तरीका एक ही जगह खड़ी रहने वाली गाड़ियों, जिनकी सीट पर बैग/अटैची या अन्य कीमती सामान रखा हो। उन्हें चिह्नित करते हैं। गैंग के बदमाश गुलेल से गाड़ी का शीशा तोड़ देते। फिर अन्दर रखा सामान चोरी कर लेते।
