लॉरेंस गैंग विदेशों से भारत में गोल्ड तस्करी का नेटवर्क भी चला रही है। फिरौती के पैसों से सोना खरीद कर देश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर पहुंचाया जा रहा है।
यही नहीं, सोना बेचने से मिले पैसों का इस्तेमाल गैंग के गुर्गों के लिए हथियार खरीदने, फरारी काटने, उन्हें विदेश भेजने और अवैध प्रॉपर्टी लेने के लिए करते हैं।
जयपुर की करधनी थाना पुलिस की गिरफ्त में आए लॉरेंस गैंग के 3 गुर्गों से पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है।
करधनी थाना सीआई सवाई सिंह ने लॉरेंस, रोहित गोदारा, वीरेंद्र चारण, अमरजीत बिश्नोई के साथ जयपुर में इस नेटवर्क को चलाने वाले सूरज गुर्जर, इमरान और भवानी सिंह के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
पुलिस ने इमरान, भवानी सिंह और सूरज गुर्जर को गिरफ्तार किया है। ये तीनों फिरौती की रकम को विदेश में ट्रांसफर करते थे।
2024 में हुए मर्डर की जांच से सामने आया नेटवर्क करधनी सीआई सवाई सिंह ने बताया- साल 2024 में एक मर्डर के मामले में FIR दर्ज हुई थी। यह FIR जयसिंह पीड़वा के खिलाफ दर्ज की गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि लाडनूं (डीडवाना) निवासी सूरज गुर्जर जयसिंह के कॉन्टैक्ट में है।
पुलिस ने जयसिंह के बारे में पता लगाने के लिए सूरज को चार दिन पहले हिरासत में लिया। उसके साथ भवानी सिंह, इमरान और सोनू भाटी को भी डिटेन किया। पुलिस ने सूरज, इमरान और भवानी से जयसिंह के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि वह लॉरेंस गैंग के लिए काम करता है।
तीनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे जयसिंह के कहने पर लॉरेंस और उसकी गैंग के लिए काम करते हैं। उनका काम फिरौती से आए पैसों को विदेश में ट्रांसफर करना था। इन पैसाें के जरिए लॉरेंस गैंग गोल्ड की खरीदारी करती है।
अमरजीत बिश्नोई (लाल शर्ट में) और रोहित गोदारा (सफेद शर्ट में)। हालांकि दावा किया जा रहा है कि रोहित गोदारा ने लॉरेंस का साथ छोड़ दिया है।
इमरान के घर में आता था फिरौती का पैसा पूछताछ में बताया कि जयपुर एयरपोर्ट पर 2 अक्टूबर 2023 को 12 किलो 467 ग्राम गोल्ड जब्त किया गया था। इस गोल्ड की तस्करी लॉरेंस गैंग के जरिए ही हुई थी। लॉरेंस गैंग की ओर से फिरौती और अन्य रुपए इन तीनों के पास आते थे।
झोटवाड़ा में इमरान का घर है, जहां सारे पैसे इकट्ठे होते थे। ये तीनों इन पैसों को रोहित गोदारा, वीरेंद्र चारण और अमरजीत बिश्नोई को भेजते थे।
तीनों ने पुलिस को बताया कि इन पैसों से लॉरेंस गैंग विदेशों में सोना खरीदती थी। इसके बाद खरीदे गए गोल्ड को तस्करी के जरिए देश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर लाया जाता था। यह सोना देश के अलग-अलग शहरों में ऊंचे दामाें में बेचते थे।
आरोपियों ने बताया कि सोना बेचने से मिले पैसों का इस्तेमाल गैंग के दूसरे मेंबर रोहित गोदारा, वीरेंद्र चारण और अमरजीत बिश्नोई के गुर्गों के लिए हथियार खरीदने, फरारी काटने, उनकी पैरवी करने, विदेश भेजने और अवैध प्रॉपर्टी लेने के लिए करते थे।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का मास्टरमाइंड वीरेंद्र चारण दुबई में है। वीरेंद्र ने ही राजू ठेहट की हत्या की भी साजिश रची थी। वीरेंद्र चारण के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
हिरासत में लिए एक बदमाश की बहन रोहित गोदारा गैंग में डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया- लॉरेंस गैंग के ये तीनों मेंबर संगठित गिरोह चलाते हैं। ये तीनों कई लोगों को जान से मारने की धमकी देकर फिरौती की रकम लेते हैं। इन पैसों को हवाला के जरिए विदेश में भिजवाया जाता है। आरोपियों ने कबूल किया कि वे पिछले काफी दिनों से विदेश से आने वाले गोल्ड की तस्करी कर रहे हैं। 1 जुलाई को ही सूरज गुर्जर, भवानी सिंह, सोनू भाटी, इमरान और जीशान गोल्ड तस्करी के काम से मुंबई गए थे।
भवानी ने बताया कि उसकी बहन सुधा कंवर बदमाश अमरजीत बिश्नोई की पत्नी है। सुधा रोहित गोदारा गैंग की सक्रिय सदस्य है, जो राजू ठेहट हत्याकांड में आरोपी भी है। सुधा अभी अमरजीत के साथ इटली में है। भवानी ने बताया कि एक एजेंट के जरिए सुधा को दुबई भेजा था और वहां से वह इटली गई थी।
सुधा कंवर पुलिस हिरासत में आए बदमाश भवानी सिंह की बहन है। भवानी ने बताया कि दुबई से उसने अपनी बहन को इटली भेजा था।
गोल्ड तस्करों से लेकर हथियार माफियाओं से कॉन्टैक्ट बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि लॉरेंस माफियाओं के साथ मिलकर कई नेटवर्क चला रहा है। वह देश के हथियार, ड्रग्स, फर्जी पासपोर्ट, हवाला, शराब माफियाओं के साथ गोल्ड तस्करों से सीधा कॉन्टैक्ट में है। इस पूरे नेटवर्क के लिए अलग-अलग गुर्गे काम करते हैं। गैंग के सभी मेंबर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
लॉरेंस की यह गैंग राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश में सक्रिय है। साथ ही विदेश में खासकर कनाडा, अमेरिका, पुर्तगाल, स्पेन, यूएई, अफ्रीकन व यूरोपियन यूनियन के कई देशों में इनके सदस्य फरारी काट रहे हैं।
