जयपुर । झालावाड़ पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्या का खुलासा करते हुए मात्र 72 घंटों में मुख्य आरोपी दामाद और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 4 जुलाई 2025 की रात को रटलाई कस्बे में हुई थी, जिसमें दामाद और उसके साथियों द्वारा ताया ससुर शिवलाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
झालावाड़ की पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने इस बड़ी सफलता की जानकारी दी। इसके अनुसार 7 जुलाई को फरियादी लालचंद निवासी झीतापुरा ने एसआरजीएच झालावाड़ में थाना रटलाई टीम को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लालचंद ने बताया कि 4 जुलाई को वह और उसका बड़ा भाई शिवलाल मेरी बेटी मनीषा को उसके ससुराल भानपुरिया से अपने गांव झीतापुरा लाए थे। मनीषा की 10 दिन पहले ही डिलीवरी हुई थी और उसकी देखभाल के लिए उसे घर लाया गया था।
शाम करीब 7 बजे मनीषा का पति अनारसिंह अपने दो साथियों गिरिराज और राजू के साथ एक मोटरसाइकिल पर उनके घर आया। अनार सिंह ने आते ही लालचंद से अपनी पत्नी को वापस लाने का कारण पूछा। लालचंद ने बताया कि मनीषा की डिलीवरी हुई है इसलिए उसे देखभाल के लिए लाया गया है। इस बात पर अनारसिंह गुस्से में आ गया और बुरा अंजाम करने की धमकी दी और तीनों वहां से चले गए।
उसी रात अनार सिंह ने मोबाइल नंबर पर फोन कर मनीषा को धमकी दी कि तेरे पापा और तेरे बड़े पापा शिवलाल ने तुझे लाकर अच्छा नहीं किया, अब शिवलाल तुम्हें कभी नहीं मिलेगा। अगले दिन शिवलाल घर नहीं लौटे, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लालचंद ने 6 जुलाई को रटलाई थाने में दर्ज कराई थी। उसी शाम करीब 5 बजे शिवलाल का शव नारायण सिंह राजपूत निवासी रिझौन के कुएं में मिला।
पुलिस अनुसंधान में सामने आया कि अनार सिंह और उसके साथियों गिरिराज और राजू ने मिलकर शिवलाल को शराब पिलाई, उसके साथ मारपीट की जिससे उसके सिर में भी चोट आई। फिर तीनों ने मिलकर शिवलाल के दोनों पैर धोती से बांधकर उसे कुएं में डाल दिया। मनीषा को घर लाने की बात को लेकर नाराज अनारसिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य हत्या को अंजाम दिया था।
इस सनसनीखेज मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी तोमर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजी लाल मीना के निर्देशन और सीओ हर्षराज सिंह खरेड़ा के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम का नेतृत्व एसएचओ लोकेश मीणा ने किया। पुलिस टीम ने तत्काल आसूचना संकलन शुरू किया।
आरोपी घटना के बाद से फरार थे और मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे, इसलिए मुखबिर तंत्र को मजबूत किया गया। तलाश के दौरान पुलिस टीम को भालता रोड पर ग्राम रामचंद्रपुरिया की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते के पास तीन युवक जंगल के समीप बैठे मिले। पुलिस वाहन देखकर वे तेजी से जंगल में भागने लगे, जिन्हें जाप्ता की मदद से घेरा देकर पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर उनकी पहचान अनार सिंह लोधा पुत्र मथुरालाल (22) व गिरिराज लोधा पुत्र मांगीलाल (20) निवासी भानपुरिया और राजू कुमार भील पुत्र प्रकाशचंद (27) निवासी थोबड़िया खुर्द थाना बकानी के रूप में हुई। तीनों वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
