सीकर में मास्टर प्लान-2041 के विरोध में आज (गुरुवार) को शहर बंद रहेगा। इस बंद को जिला सीकर व्यापार महासंघ, सीकर व्यापार संघ सहित 14 संगठनों का समर्थन मिला है। कांग्रेस, माकपा, भाकपा, आरएलपी, बार एसोसिएशन, किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन, जनवादी नौजवान सभा, एसएफआई और किसान क्रांति यूनियन ने भी बंद का समर्थन किया है।
6 हजार से ज्यादा आपत्तियां मिली संघर्ष समिति के सयोंजक एडवोकेट सूरजभान सिंह ने बताया- मास्टर प्लान-2041 के खिलाफ 6 हजार से अधिक आपत्तियां दर्ज की गई हैं। राज्य सरकार ने बिना भौतिक सत्यापन के यह प्लान तैयार किया, जिससे 50 गांवों के किसान और शहर के आस-पास मकान बनाने वालों की जमीनें प्रभावित हुई हैं।
प्रस्तावित 200 फीट तक की सड़कों और कृषि भूमि को अलग-अलग उपयोग के लिए आरक्षित करने से लोगों में रोष है। समिति ने मास्टर प्लान रद्द करने की मांग की है।
जाट बाजार में बनेगी आंदोलन की रणनीति
बंद के दौरान दोपहर 2 बजे जाट बाजार में सभा होगी, जिसमें संघर्ष समिति, व्यापारी और प्रभावित गांवों के लोग शामिल होंगे। सभा में मास्टर प्लान से होने वाले नुकसान पर चर्चा के साथ आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी। पहले 16 अगस्त को बंद का ऐलान हुआ था, लेकिन जन्माष्टमी के कारण इसे स्थगित कर आज के लिए तय किया गया।
पेट्रोल पंप, अस्पताल और स्कूल-कॉलेज बंद से बाहर
आमजन को परेशानी न हो, इसलिए अस्पताल, दवा दुकानें, पेट्रोल पंप, स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद से बाहर रखे गए हैं। ऑटो रिक्शा चालक और सिटी बस यूनियन को स्वेच्छा से निर्णय लेने की छूट दी गई है।
व्यापारियों से मांगा समर्थन
संघर्ष समिति ने शहर के प्रमुख मार्केट में जाकर व्यापारियों से बंद में सहयोग मांगा। मास्टर प्लान के नुकसान बताते हुए पर्चे बांटे गए और समर्थन की अपील की गई।
