Poola Jada
Home » राजस्थान » उदयपुर कृषि मंडी के गेट पर ताला, दुकानें बंद:जिंसों पर 50 पैसे यूजर चार्ज का विरोध, व्यापारी बोले- आम आदमी पर बढ़ेगा भार

उदयपुर कृषि मंडी के गेट पर ताला, दुकानें बंद:जिंसों पर 50 पैसे यूजर चार्ज का विरोध, व्यापारी बोले- आम आदमी पर बढ़ेगा भार

राज्य सरकार की और से गैर अधिसूचित जिंसों पर 50 पैसे यूजर चार्ज लागू किए जाने के विरोध में उदयपुर में भी व्यापारियों ने आज आंदोलन किया। कृषि मंडी के गेट नंबर एक पर जुटे व्यापारियों ने यूजर चार्ज को लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

व्यापारियों ने बताया कि इससे आम आदमी और किसानों की जेब पर भार बढ़ेगा और व्यापारी भी लगातार हिसाब-किताब तैयार करने में उलझा रहेगा। ऐसे में इस यूजर चार्ज को वापस लिया जाए नहीं तो व्यापारी लगातार आंदोलन करेंगे।

उदयपुर में कृषि मंडी पर व्यापारियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया
उदयपुर में कृषि मंडी पर व्यापारियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया

इस दौरान मंडी के अंदर सभी गेट बंद थे और अंदर सभी गलियों में दुकानें बंद थी। मंदिर के अंदर सन्नाटा छाया हुआ था। गेट नंबर एक और गेट नंबर 2 के अंदर वाहनों के प्रवेश भी नहीं हुआ और गेट बंद कर दिए गए। उदयपुर दाल-चावल व्यापार संघ के नेतृत्व में कृषि मंडी व्यापार संघ से जुड़े संगठनों ने बुधवार से बंद का आह्वान करते हुए आंदोलन पर उतर गए। संघ के पदाधिकारी मनीष मारू ने कहा कि सभी संगठनों ने मिलकर इसका विरोध जताया है।

उदयपुर के कृषि उपज मंडी के अंदर आज बाजार बंद रहे।
उदयपुर के कृषि उपज मंडी के अंदर आज बाजार बंद रहे।

व्यापारी मनीष मारू ने बताया कि हमारा मसकद है कि व्यापारियों पर थोपा गया ये टैक्स वापस लिया जाए। इससे व्यापारी और जनता पर मार पड़ेगी और वह टैक्स पर ही उलझा रहेगा। मारू ने कहा कि इससे इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा। व्यापारी चिराग बंसल ने बताया कि एक तेल का डिब्बा दो से ढाई हजार में बिक रहा है तो उस पर 10 से 15 रुपए अतिरिक्त यूजर चार्ज लग जाएगा। किसान और आम आदमी पर भर भार पढ़ेगा।

उदयपुर की कृषि मंडी में प्रदर्शन करते हुए व्यापारी।
उदयपुर की कृषि मंडी में प्रदर्शन करते हुए व्यापारी।

व्यापारियों का कहना है कि गैर अधिसूचित जिंसों (जैसे दाल, चावल, मसाले, खाद्य तेल आदि) पर 50 पैसे प्रति 100 रुपए का यूजर चार्ज सीधे व्यापार लागत बढ़ा देता है। इसका असर थोक से खुदरा तक कीमतों पर पड़ेगा।

व्यापारी मानते हैं कि इसका सीधा बोझ उपभोक्ताओं पर भी आएगा। व्यापारियों का तर्क है कि पहले से ही मंडी शुल्क, जीएसटी और अन्य कर लग रहे हैं। ऐसे में यूजर चार्ज “दोहरे कर” जैसा है और यह कर प्रणाली को जटिल बना देगा। यह भी दावा है कि पड़ोसी राज्यों में ऐसा कोई चार्ज नहीं है।

उदयपुर में कृषि मंडी में जुटे व्यापारियों ने नारेबाजी करते हुए।
उदयपुर में कृषि मंडी में जुटे व्यापारियों ने नारेबाजी करते हुए।
Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

0
0

RELATED LATEST NEWS

Top Headlines

गाय ले जाते तस्कर सीसीटीवी कैमरे में कैद:गाय को गाड़ी में ले गए तस्कर, पुलिस की गश्त व्यवस्था पर उठाये लोगों ने सवाल

डीग जिले के मेवात इलाके में गौ तस्करी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। आये दिन गौ तस्कर