Home » राजस्थान » पारंपरिक शिल्प और ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को उपलब्ध होगा नया बाज़ार

पारंपरिक शिल्प और ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को उपलब्ध होगा नया बाज़ार

राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) द्वारा सुमंगल- दीपावली मेला-2025 का आयोजन 1 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2025 तक इंदिरा गाँधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान (आईजीपीआरएस), जयपुर में किया जा रहा है।
सुमंगल दीपावली मेला 2025 के तृतीय दिवस पर स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं द्वारा निर्मित पर्यावरण अनुकूल एवं सतत् उत्पादों को आगुन्तकों द्वारा पसंद किया जा रहा है। इन उत्पादों में पारंपरिक कला, नवाचार और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता का उत्कृष्ट संगम देखने को मिल रहा है।
मेले में गोबर से बने विविध प्रकार के उत्पाद जैसे -फूलदान, दीये, राधा-कृष्ण पेंटिंग, वॉल हैंगिंग आदि के साथ ही, अपशिष्ट कपड़ों से रीसायकलिंग और अपसाइक्लिंग के आधार पर तैयार किए गए सॉफ्ट टॉयज़ और की-चेन जैसे आकर्षक उत्पादों ने दर्शकों का विशेष ध्यान आकर्षित किया।
इसके अतिरिक्त, जूट से बने फ़ोल्डर, टिफिन बैग, बॉटल बैग जैसे उपयोगी उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया। ऐसे उत्पाद प्लास्टिक के विकल्प के रूप में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं साथ ही, ग्रामीण महिलाओं की उद्यमिता को भी सशक्त बनाते हैं।
इस पहल का उद्देश्य सतत आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देना, पारंपरिक शिल्प को नया बाज़ार उपलब्ध कराना तथा ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को व्यापक मंच प्रदान करना है।
राजीविका द्वारा आयोजित वार्षिक दीपावली मेला, राजीविका द्वारा प्रोत्साहित स्वयं-सहायता समूह की महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन के लिए मंच प्रदान करता है। इस मेले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कुल 70 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें हथकरघा, हस्तशिल्प, पारंपरिक परिधान, गृह सज्जा सामग्री, त्योहारी उत्पाद, खाद्य सामग्री एवं पर्यावरण अनुकूल उत्पादों की समृद्ध विविधता प्रदर्शित की गई है।
मेले में हस्तशिल्प निर्माण और ग्रामीण कला, संस्कृति की लाइव प्रस्तुतियाँ एवं पारंपरिक स्वादिष्ट व्यंजनों से सजे फूड स्टॉल आगंतुकों को अनूठा अनुभव प्रदान कर रहे हैं।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

0
0

RELATED LATEST NEWS

Top Headlines

गाय ले जाते तस्कर सीसीटीवी कैमरे में कैद:गाय को गाड़ी में ले गए तस्कर, पुलिस की गश्त व्यवस्था पर उठाये लोगों ने सवाल

डीग जिले के मेवात इलाके में गौ तस्करी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। आये दिन गौ तस्कर