उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में संचालित जनाना अस्पताल में 2 अलग-अलग डिलेवरी के बाद नवजातों को बदले जाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर जनाना अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर(ओटी) में हंगामा हो गया। सूचना पर हाथीपोल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश कर मामला शांत कराया। दरअसल, ओटी में 10 से 15 मिनट के अंतर में दो डिलेवरी हुई थी। इनमें एक प्रसूता ने बेटा और दूसरी ने बेटी को जन्म दिया।
वार्ड आया ओटी से बाहर आई और दोनों नवजात के पेरेंट्स को इसकी गलत सूचना दे दी। बाद में डॉक्टरों को जब इसका पता लगा तो उन्होंने स्पष्ट किया कि गलती से बेटी के जन्म की सूचना बेटे के पेरेंट्स को और बेटे की सूचना बेटी के पेरेंट्स को दे दी। लेकिन बाद में दोनों अलग-अलग पेरेंट्स नहीं माने और बेटा खुद होने का दावा करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया।
पिता ने रिपोर्ट में खुद का बेटे होने का किया दावा हाथीपोल थाने के एएसआई मनोज शर्मा ने बताया कि थाने में प्रार्थी सुनील रावत निवासी मीरा नगर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया कि जनाना अस्पताल में उनकी पत्नी की डिलेवरी हुई। उन्होंने बेटे को जन्म दिया है, जो उनका ही है। एएसआई ने बताया कि दोनों ही पेरेंट्स के पहले से एक-एक बेटी है। ऐसे में दोनों खुद का बेटा होने का दावा कर रहे हैं। नवजात बेटा और बेटी किसका है ये तो डीएनए जांच रिपोर्ट आने पर पता लगेगा। डीएनए सैम्पल ले लिए है।
जांच 15 दिन में आएगी, हॉस्पिटल के जिम्मे रहेंगे बच्चे डीएनए जांच रिपोर्ट करीब 15 दिन में आएगी। तब तक बच्चे हॉस्पिटल की देखरेख में रहेंगे। पुलिस और डॉक्टरों ने दोनों ही पेरेंट्स को सलाह दी है कि वे बारी-बारी से दोनों ही नवजात का ख्याल रखें और समय-समय पर उन्हें फिडिंग कराएं।






