जयपुर में पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा के नाबालिग बेटे ने तेज रफ्तार में ऑडी कार चलाते हुए 3 कारों को टक्कर मार दी। हादसे में स्विफ्ट सवार युवक सहित 2 लोग घायल हो गए। हादसे के बाद लोगों ने कार रुकवाई तो उनके साथ मारपीट करने लगा।
पूर्व मंत्री के बेटे के साथ कार में 2 साथी भी बैठे थे। पूर्व मंत्री के नाबालिग बेटे ने लोगों को धमकाते हुए कहा- मेरा तुम लोग कुछ नहीं बिगाड़ सकते। रही बात तुम्हारी गाड़ी की तो वह हम ठीक करवा देंगे।
हादसा प्रताप नगर थाना इलाके में एनआरआई सर्किल पर हुआ। घायल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनको अस्पताल तक नहीं पहुंचाया। आरोपी को मौके से ही छोड़ दिया और 5 घंटे तक FIR दर्ज नहीं की।
पहले देखिए एक्सीडेंट की 3 तस्वीरें…



तेज रफ्तार ऑडी कार ने पीछे से मारी टक्कर पीड़ित पुलकित पारीक निवासी इंदिरा गांधी नगर खोह-नागोरियान ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया- वह मंगलवार को अपनी दोस्त सुरभि निवासी रामनगरिया के साथ उसके भाई के इलाज के लिए ब्लड लेकर NRI सर्किल से ठाकुरिया हॉस्पिटल जा रहा था। दोपहर करीब 2:11 बजे उनकी स्विफ्ट कार को NRI सर्किल पर एक तेज रफ्तार ऑडी कार ने पीछे से टक्कर मारी।
पुलकित ने बताया- टक्कर इतनी तेज थी कि ऑडी कार के एयर बैग खुल गए। हादसे में मुझे और सुरभि को चोटें आईं। टक्कर के बाद हमने ऑडी कार चला रहे लड़के को रोका तो उसने मेरे और सुरभि के साथ मारपीट शुरू कर दी। उसे मौके पर लोगों ने पकड़ लिया। जब उससे नाम-पता पूछा तो उसने खुद को पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा का बेटा बताया।
पुलिस ने 5 घंटे तक एफआईआर दर्ज नहीं की पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया- कार चला रहे लड़के की उम्र करीब 15-16 साल है। उसने धमकाते हुए कहा- मेरा तुम लोग कुछ नहीं बिगाड़ सकते और रही तुम्हारी गाड़ी की बात तो वह हम ठीक करवा देंगे।
घायल पुलकित ने आरोप लगाया कि प्रताप नगर थाना पुलिस ने हमें अस्पताल तक नहीं पहुंचाया। हमें प्राइवेट गाड़ी से इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ा। इसके अलावा पुलिस ने मौके से आरोपी को छोड़ दिया और 5 घंटे तक FIR दर्ज नहीं की।

पुलिस कमिश्नर को शिकायत करने के बाद दर्ज हुई रिपोर्ट पुलकित पारीक ने कहा- FIR दर्ज नहीं होने पर हमने पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ को शिकायत दी। उनके हस्तक्षेप के बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई। रिपोर्ट के अनुसार मामला बीएनएस की धारा 281 और 125(ए) के तहत दर्ज किया गया है। पीड़ित ने बताया- हादसे के बाद बुधवार शाम 6 बजे तक भी पुलिस ने कोई सहायता नहीं की और न किसी अधिकारी ने उनसे संपर्क किया है।






