सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर 31 अक्टूबर को प्रातः 6 बजे जयपुर के गांधी सर्किल से एकता मार्च का भव्य शुभारंभ किया जाएगा। एकता मार्च गांधी सर्किल से बिड़ला मंदिर, रामबाग, अंबेडकर सर्किल होते हुए अमर जवान ज्योति पहुंचेगी।
इस पदयात्रा में विशिष्टजन, प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी, एनएसएस, एनसीसी, युवा लीडर, पुलिस, आरएसी, होमगार्ड, विभिन्न कर्मचारी संघ, एनजीओ, राजकीय कार्मिकों सहित बड़ी संख्या में आमजन भाग लेंगे।
देशभर में गत 6 अक्टूबर को सरदार@150—यूनिटी मार्च अभियान शुरू किया है। 2 माह तक चलने वाले इस राष्ट्रीय अभियान का समापन आगामी 6 दिसम्बर को होगा।
इस अभियान का लक्ष्य इसे पूर्ण जन भागीदारी से संचालित कर देशवासियों विशेषकर युवाओं को सरदार पटेल की विरासत के बारे में जागरूक कर विरासत के प्रति व्यक्तिगत और सामूहिक कृतज्ञता अर्पित करने, उनमें राष्ट्रीय एकता और देश सेवा की भावना को अधिक विकसित करना है।
31 अक्टूबर से 25 नवम्बर तक जिला स्तरीय पदयात्राएं आयोजित होंगी। 26 नवम्बर को सरदार पटेल की जन्म स्थली करमसाड़ से 150 किमी लम्बी पदयात्रा शुरू होगी। इस पदयात्रा के 6 दिसम्बर को एकता नगर( स्टेच्यू ऑफ यूनिटी) पहुंचने के साथ ही अभियान का समापन होगा।
यह अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण कड़ी है। नागरिकों को पदयात्रा, प्रतियोगिता आदि पहल के माध्यम से इस अभियान से जोड़ा जा रहा है।
यूनिटी मार्च सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के सम्मान में एक राष्ट्रव्यापी पहल है। यह ”एक भारत— श्रेष्ठ भारत” के घटक के रूप में देश को एकजुट करने में सरदार पटेल की अद्वितीय भूमिका का प्रतीक है, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के मिशन की कड़ी है। इस अभियान में युवाओं की बेहतर भागीदारी के लिए सरदार@150 यंग लीडर्स क्विज, सरदार@150 रील कम्पीटिशन और सरदार@150 निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।
पदयात्रा के साथ-साथ, जिलों में विकासात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जल निकायों में स्वच्छता अभियान, “सरदार उपवन” पहल के तहत पौधारोपण, महिला कल्याण शिविर, योग और स्वास्थ्य शिविर और “वोकल फॉर लोकल” अभियान शामिल हैं। इन गतिविधियों का उद्देश्य नागरिकों को जुटाना, स्थानीय नवाचार का जश्न मनाना और युवा ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण में लगाना है।






