कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, बिहार के सीनियर ऑब्जर्वर एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिहार चुनाव के मद्देनज़र एनडीए द्वारा जारी घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया है।
शुक्रवार को पटना में कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए गहलोत ने सिर्फ 26 सेकंड में घोषणापत्र जारी किए जाने एवं भाजपा नेताओं द्वारा मीडिया के सवालों से बचकर भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा ” आज एनडीए ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया, लेकिन सिर्फ 26 सेकंड में उन्होंने अपना प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म कर दिया। मीडिया के साथियों ने कहा- यह हमारे जीवन की सबसे जल्दी ख़त्म होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो कभी मीडिया से मिलते नहीं हैं और अब मेनिफेस्टो लॉन्च से BJP के नेता भाग गए। ये दिखाता है कि BJP को लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है और ये खतरनाक संकेत हैं।”
प्रेस वार्ता के दौरान गहलोत ने नीतीश कुमार जी की सरकार से रिपोर्ट कार्ड देने की मांग की और कहा कि ” आप अपना पहले रिपोर्ट कार्ड दो, आज के मैनिफेस्टो में सभी उम्मीद करते थे कि आप शुरुआत ही ऐसे करोगे कि आज तक वादे हम ने किए हैं बीस साल में उसका रिपोर्ट कार्ड ये है, जिससे जनता को विश्वास हो जाए आप जो कहते हो वो करते हो आपकी क्रेडिबिलिटी जम जाए वो नहीं किया इन्होंने और झूठे वादे और कर लिए। ”
सीनियर ऑब्जर्वर गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी जो को उनके पुराने वादों, बिहार के लिए पैकेज, चीनी मिल की याद दिलाई एवं उनसे तथा अन्य एनडीए नेताओं से सवाल जवाब किए।
” पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था बिहार को हम सवा लाख करोड़ रुपए का पैकेज दे रहे हैं। उन्हें इसका हिसाब देना चाहिए।” गहलोत ने कहा , साथ ही प्रधानमंत्री मोदी पर एक और निशाना साधते हुए पूछा ” जो गन्ना मिल लगाएंगे शक्कर-शुगर बनेगी और मैं उससे चाय पियूंगा यहां आ कर, वो चाय आज तक पी क्या उन्होंने ?”
इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश प्रसाद सिंह एवं अनुपम ने भी मीडिया को सम्बोधित किया।






