भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डोटासरा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का बयान उसी हताशा और निराशा का प्रतीक है जो कांग्रेस के भीतर मची गुटबाजी और नेतृत्वहीनता से उपजी है। जो पार्टी अपने पांच साल के शासन में भ्रष्टाचार, किसान धोखा और युवाओं की बेरोज़गारी के सिवा कुछ नहीं कर सकी, वह आज भाजपा पर झूठे आरोप लगाकर अपनी राजनीति बचाने की कोशिश कर रही है। डोटासरा जी कहते हैं कि कांग्रेस ने किसानों के 14,000 करोड़ का कर्ज़ माफ किया, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश के लाखों किसानों को केवल कागज़ों में राहत दिखाई गई, ज़मीन पर एक भी किसान को वास्तविक लाभ नहीं मिला। किसान आत्महत्या करते रहे और कांग्रेस नेता भाषणों में आंकड़े गढ़ते रहे। इनके अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो यहां तक कह दिया था कि सरकार बनने के बाद 10 तक गिनती करते ही किसानों का सारा कर्ज माफ कर दिया जाएगा,लेकिन हकीकत जनता के सामने है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को सम्मान निधि दी, सिंचाई, बीज, खाद और बिजली की योजनाओं को पारदर्शिता से आगे बढ़ाया, यह जमीन पर दिखता है, सिर्फ मंचों पर नहीं। कांग्रेस में टिकट से लेकर मुख्यमंत्री तक सब परिवारवाद से तय होता है।डोटासरा जी, याद रखिए राजस्थान की जनता ने खर्ची और कमीशन की आपकी राजनीति को 2023 में नकार दिया था। भाजपा सरकार जनता की खर्ची से नहीं, जनता के विश्वास से बनी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी पर जिस तरह की घटिया और असंसदीय भाषा डोटासरा ने प्रयोग की है, वह कांग्रेस की ओछी मानसिकता को उजागर करता है। भजनलाल जी जनसेवक हैं, जनता के बीच से उठे हैं, न कि किसी परिवार की कोख से राजनीति में आए हैं। जनता उन्हें जनता का सेवक मानती है, जबकि कांग्रेस के नेता उन्हें अपने झूठे आरोपों से डराना चाहते हैं। ये कभी सफल नहीं होंगे। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की योजनाएं पोस्टर और प्रचार तक सीमित रहीं। भाजपा सरकार ने दो साल में ईआरसीपी, लाडली बहना योजना, मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि बढ़ाई, मुफ्त बिजली और गैस योजनाएं जैसे ठोस कदम उठाए हैं। जनहित योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम भाजपा करती है, जबकि कांग्रेस कागज़ी घोषणाएं करके जनता को छलने का काम करती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि डोटासरा कहते हैं भाजपा कई खेमों में बंटी है। सच तो यह है कि कांग्रेस खुद चार टुकड़ों में बंटी है। एक खेमा दिल्ली दरबार का, दूसरा पायलट का, तीसरा डोटासरा का और चौथा टिकट दलालों का। भाजपा में विचारों की एकता है, कांग्रेस में केवल कुर्सी की लड़ाई है। डोटासरा जी की भाषा लोकतांत्रिक नहीं, व्यक्तिगत है। राजनीति में असहमति हो सकती है, लेकिन असंसदीय शब्दों का प्रयोग आपकी हताशा को दिखाता है। राजस्थान की जनता समझ चुकी है कि कांग्रेस के पास न नीति बची है, न नीयत। कांग्रेस नेताओं के भ्रम और झूठ की राजनीति अब नहीं चलेगी। भाजपा सरकार सेवा, सुशासन और विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है। राजस्थान की जनता ने कांग्रेस को पहले ही “मौरिया” बुलाकर विदा कर दिया है, अब डोटासरा जी के बयानों से न कांग्रेस जिंदा होगी, न उनका भ्रम टिकेगा। राजस्थान अब झूठ की राजनीति नहीं, जनसेवा की राजनीति चाहता है और भाजपा उसी रास्ते पर अडिग है।”






