दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने शुक्रवार सुबह कापसहेड़ा इलाके में एनकाउंटर के बाद 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी आकाश राजपूत और भरतपुर निवासी महिपाल के रूप में हुई है। यह दोनों बदमाश रोहित गोदारा-गोल्डी बराड़ गैंग के शूटर हैं।
स्पेशल सेल को गुप्त सूचना मिली थी कि रोहित गोदारा गैंग के 2 शूटर्स कापसहेड़ा इलाके में छिपे हुए हैं। जिसके बाद पुलिस ने इलाके में दबिश। जैसे ही पुलिस ने आरोपियों को घेरने की कोशिश की, दोनों ने भागने का प्रयास किया और पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें आकाश राजपूत के पैर में गोली लगी। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और दोनों बदमाशों को दबोच लिया।
घायल को मेडिकल के लिए भेजा घायल बदमाशों को मेडिकल के लिए भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक, दोनों बदमाश विदेश से सरगना चलाने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़ और वीरेंद्र चरण से जुड़े हुए थे। आकाश राजपूत जुलाई 2022 में करनाल के असंध में एक अस्पताल के बाहर गोलीबारी में शामिल था, जिसकी साजिश प्रवासी गैंगस्टर दलेर कोटिया ने रची थी।

फर्जी पासपोर्ट से विदेश भागने की फिराक में था आकाश, जुलाई 2025 में गुजरात में किडनैप की एक घटना में भी वांटेड था। जिसमें गैंगस्टर किरत सिंह झाला ने पीड़ित से 100 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। श्रीगंगानगर पुलिस ने आकाश राजपूत पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
आकाश राजस्थान के वांटेड गैंगस्टर जगदीश जगला और अभिषेक गौड़ के जरिए रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़ और वीरेंद्र चारण के साथ जुड़ा था और भारत से भागने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवा रहा था। जिसकी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी थी।
वहीं महिपाल करनाल गोलीकांड में शामिल था। एक मामले में गिरफ्तारी के बाद से जमानत पर था। वह आकाश के जरिए गैंगस्टर्स के संपर्क में आया था।
2019 से क्राइम की दुनिया में एक्टिव आकाश राजपूत क्राइम की दुनिया में 2019 से सक्रिय है। 15 जून 2020 को श्रीगंगानगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। जब वह हिमालय कसवां पर 25 अप्रैल 2019 को फायरिंग करके जानलेवा हमला करने के मामले में फरार चल रहा था।
स्पेशल सेल के एडिशनल डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया- यह गिरफ्तारी दिल्ली-एनसीआर में गैंगवार रोकने की बड़ी सफलता है। जांच जारी है, और दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
